सिंधिया और उनके समर्थकों के आने से भाजपा कमजोर हो गई- भंवर सिंह शेखावत, पार्टी अब बुजुर्ग नेताओं को समझ रही कूड़ा कचरा

5/5/2023 4:00:26 PM

इंदौर(गौरव कंछल): चुनावी वर्ष में वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी और बयान भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। दीपक जोशी, भंवर सिंह शेखावत, सत्नारायण सत्तन और अनूप मिश्रा जैसे वरिष्ठ नेता मुखर होकर पार्टी के खिलाफ बयान दे रहे हैं और इससे भाजपा में हलचल मची हुई है। इंदौर में मीडिया से चर्चा में एक बार फिर भंवर सिंह शेखावत ने बगावती तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि आज भाजपा में बुजुर्गों को कूड़े कचरे की तरह समझा जा रहा है। शेखावत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए नेताओं को घेरते हुए उन पर गंभीर आरोप भी लगाए।

मध्यप्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे वैसे राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। खासतौर से भाजपा इस समय ज्यादा परेशान है- पूर्व मंत्री दीपक जोशी, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन, भंवर सिंह शेखावत, अनूप मिश्रा, विजेंद्र सिंह सिसोदिया व अन्य नेता नाराज चल रहे हैं। पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने पार्टी संगठन को घेरते हुए कहा कि आज पार्टी में बुजुर्गों को कूड़े कचरे की तरह समझा जा रहा हैं।

शेखावत ने अपने चिर परिचित अंदाज में मुखर होकर बात रखी। वे खासतौर से ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए कांग्रेसी नेताओं की कार्यशैली से नाराज दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि सिंधिया समर्थक नेता भाजपा में आए तो उनका दिल खोलकर स्वागत हुआ है, लेकिन उनके आने से भाजपा मजबूत नहीं बल्कि कमजोर हुई है। इससे पहले भाजपा में किसी नेता मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे जितने ज्योतिरादित्य के साथ में आए लोगों पर लग रहे हैं। शेखावत ने बदनावर से विधायक और प्रदेश में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन दत्तीगांव गंभीर आरोप लगाए।

शेखावत ने कहा कि यह टिकट की नहीं बल्कि भाजपा संगठन को उसके सिद्धांत और आदर्श दिलाने की लड़ाई है। बार-बार अपनी बात रखने के बाद भी यदि कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं होती वरिष्ठों का अपमान होता है तो यह ठीक नहीं है। हमने संगठन के सामने बात रखी है और उम्मीद है कि संगठन हमारी बात सुनेगा। बहरहाल वरिष्ठ नेताओं की इस बयानबाजी से भाजपा लगातार परेशान हैं.. हालांकि पार्टी संगठन ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने इन नाराज नेताओं से संवाद शुरू कर दिया है।


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meena

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