''आदिवासी हिंदू नही'' बयान को लेकर बुरे घिरे उमंग सिंघार, भाजपा नेताओं ने खोला मोर्चा
Thursday, Sep 04, 2025-03:59 PM (IST)

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के आदिवासियों से जुड़े एक बयान को लेकर राज्य में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस पर हमला बोलने का एक बार फिर अवसर मिल गया है। केंद्रीय मंत्री डीडी उइके समेत भाजपा के कई नेताओं ने इस बयान को लेकर सिंघार को निशाने पर ले लिया है। उइके ने सिंघार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जनजातीय समुदाय को अपमानित किया है। जनजातीय समुदाय मूलत: महादेव के वंशज हैं। लगभग सभी ज्योतिर्लिंग भी जनजातीय क्षेत्र में ही हैं। सभी गोंड राजाओं के किलों में भी महादेव विराजमान हैं। आदिवासी राजा महादेव के उपासक थे।
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नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कल आदिवासीबहुल जिले छिंदवाड़ा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,‘‘गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं। मैं इस बात को हमेशा कहता हूं। वो शबरी थीं, जिन्होंने राम को बेर खिलाए थे, वो भी आदिवासी थीं। जो आदिकाल से वास कर रहे हैं, वो आदिवासी हैं।‘‘ इस बयान से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं।
ये बयान सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसद गजेंद्र पटेल ने कहा कि वे सिंघार की इस बात को खारिज करते हैं। भारत के संविधान में आदिवासी समाज को हिंदू समाज का अभिन्न अंग माना गया है। 1951 की जनगणना में इसी परिधि में आदिवासी समुदाय को गिना गया है। आदिवासी नेता पटेल ने कहा कि हम प्रकृति पूजक होने के साथ ही हिंदू समाज के तमाम त्योहारों को भी मनाते हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भ्रम फैला रहे हैं। आदिवासी भी जानते हैं कि हम सभी सनातन धर्म के अभिन्न अंग हैं। हिंदू समाज की जीवनवृत्ति का मूल स्वरूप आदिवासियों में व्याप्त है। आदिवासी समाज कांग्रेस को इसका जवाब अवश्य देगा।
इससे पहले विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि आदिवासी के गले में क्रॉस लटकाने के लिए और सोनिया गांधी को खुश करने के लिए उमंग षडयंत्र कर रहे हैं। सिंघार जी यह पाप मत करो। हिंदुस्तान आपसे नाराज़ हो जाएगा। आदिवासी हमारी सभ्यता का ध्वजवाहक है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उमंग सिंघार चाहे कितने षंडयंत्र करके आदिवासियों को ईसाई बनाने के प्रयत्न कर लें, लेकिन मध्य प्रदेश का आदिवासी ईसाई नहीं बनेगा और न ही वे सोनिया गांधी को माता स्वीकार नहीं करेगा। वो गले मे क्रॉस नहीं लटकाएगा। आप चाहे कितने सोनिया गांधी के चरण धो लो लेकिन आदिवासी ईसाई नहीं बनेगा। आदिवासी समाज भारत का बेटा है, भारत का बेटा है, और भारत के लिए ही काम करता रहेगा।