MP में यूरिया संकट पर बोले CM कमलनाथ- केंद्र ने कम किया कोटा
12/11/2019 12:22:18 PM
भोपाल (इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में यूरिया संकट से मचे हाहाकार के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करके कहा कि केंद्र सरकार ने यूरिया के कोटे में कमी कर दी है। इस कारण सप्लाई में कुछ दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर सरकार प्रयासरत है। किसान सुबह से शाम तक लाइनों में लगकर यूरिया ले रहे हैं। कई किसान लाइन में लगने के बाद भी खाद से वंचित है और अब उनका आक्रोश फूट रहा है। ऐसी स्तिथि में कई जगह चक्काजाम और खाद लूटने की खबरे भी सामने आई हैं।
मध्य प्रदे्श में यूरिया को लेकर जहां किसान परेशान है, वहीं इसको लेकर राजनीति गर्म है। खाद की कमी के बहाने बीजेपी नेता लगातार सरकार को घेर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के नेता इसके जवाब में केंद्र को दोषी बता रहे हैं। इस बीच मंगलवार शाम को सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है "रबी मौसम के लिए यूरिया की मांग को देखते हुए हमने केंद्र सरकार से 18 लाख मिट्रीक टन यूरिया की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने यूरिया के कोटे में कमी कर दी।
यह कांग्रेस सरकार की अकर्मण्यता का नतीजा है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 10, 2019
किसान बंधु काम छोड़कर, खाना-पीना छोड़कर दो-दो, चार-चार दिन यूरिया के लिए लाइन में खड़े हैं। उन्हें इस हद तक परेशान कर दिया गया है कि वे अपना आपा खो रहे हैं।
मेरा सभी किसान भाइयों से आग्रह है कि संयम बरतें, धैर्य रखें। #MP_मांगे_जबाब https://t.co/eqrRetky8e
सीएम कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा है कि "एक साथ मांग आने तथा केंद्र सरकार द्वारा हमारे यूरिया के कोटे में कमी कर देने के कारण वितरण में जरूर कुछ स्थानों पर किसान भाइयों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है, लेकिन हम लगातार यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर प्रयासरत हैं और केंद्र सरकार से प्रदेश का यूरिया का कोटा बढ़ाने को लेकर निरंतर हमारे प्रयास जारी हैं। बीजेपी यदि सच्ची किसान हितैषी है तो उसे इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय अपनी केंद्र सरकार पर दबाव डालकर प्रदेश की मांग अनुसार यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करवाना चाहिए।"
और केंद्र सरकार से प्रदेश का यूरिया का कोटा बढ़ाने को लेकर निरंतर हमारे प्रयास जारी है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 10, 2019
भाजपा यदि सच्ची किसान हितैषी है तो उसे इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय अपनी केंद्र सरकार पर दबाव डालकर प्रदेश की मांग अनुसार यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करवाना चाहिये ।
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