गणेश प्रतिमा हटाने पर बवाल! बुलडोजर कार्रवाई से भड़के लोग, उसी जगह मूर्ति स्थापना पर अड़े
Thursday, Sep 04, 2025-08:17 PM (IST)

दमोह (इम्तियाज चिश्ती) : गणेश उत्सव की धूम के बीच मध्य प्रदेश के दमोह में गणेश प्रतिमा को हटाकर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। लोग इसे आस्था के साथ खिलवाड़ बताकर प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। लोगों ने गणेश प्रतिमा पुर्न वहीं स्थापित करने और नायक परिवार को रिकॉर्ड दुरस्त कराने का मौका दिए जाने की मांग की है।
दरअसल, बीते दिनों जिले के बांदकपुर क्षेत्र में पाषाण गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन दूसरे ही दिन जांच के लिए हल्का पटवारी, नायब तहसीलदार और बाद में SDM आरएल बागरी भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान प्रशासनिक अमले ने नायक परिवार से दस्तावेज मांगे, जिसमें उन्होंने कुछ पुराने दस्तावेज दिखाए, लेकिन मौजूदा दस्तावेज में उक्त जगह मप्र शासन के नाम पर चढ़ी होना बताई गई। एसडीएम ने परिवार को कहा कि यदि वे लिखकर देते हैं कि अनंत चतुर्दशी को मूर्ति का विसर्जन कर चबूतरा हटा लिया जाएगा, तो कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन जब नायक परिवार नहीं माना तो गणेश प्रतिमा को वहां से हटा दिया गया।
बता दें कि बांदकपुर में जागेश्वरनाथ मंदिर पुजारी नायक खानदान की पैतृक भूमि खसरा नंबर 176/2 है जिस पर नायक पुजारी परिवार का कब्जा चला आ रहा है जिस पर पंडित श्याम सुंदर नायक द्वारा गणेश चतुर्थी पर वहां पर पक्का बना पुराना चबूतरा पर गणेश प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई थी जिस पर वो गणेश मंदिर बनवाना चाहते हैं। नायक परिवार गांव के जगनाथ मंदिर में पीढ़ियों से सेवा करता आया है। इसलिए इस प्रतिमा स्थापना के दौरान सब शामिल हुए और गांव के बच्चे, बुजुर्ग सबने मिलकर जयकारे लगाए। लेकिन अगले ही दिन राजस्व विभाग ने दूसरे दिन 28/8/25 को बगैर नायक परिवार का पक्ष सुने बल पूर्वक हटा दिया था।
ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन नायक परिवार की पैतृक जमीन है। इस जमीन पर परिवार का कब्जा वर्षों से चला आ रहा है। गांव में किसी को कोई परेशानी नहीं है। लेकिन कुछ लोग ईष्या के चलते अफवाहें फैला रहे हैं। दमोह और बांधकपुर के लोगों ने इक्ट्ठे होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। लोगों ने मांग की है कि गणेश प्रतिमा को उसी जगह पुर्नस्थापित किया जाए।