llegal coal mining: रायगढ़ के कोयला खदानों में बढ़ी उत्खनन की अवैध गतिविधियां, टास्क फोर्स से कार्रवाई की मांग उठी

4/11/2022 2:32:01 PM

रायगढ़ (पुनीराम रजक): छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में कोयला (coal) का प्रचुर भंडार है। यहां कोयला खनन के लिए अधिकृत कम्पनियों द्वारा खनन एवं परिवहन का कार्य कराया जाता है। वहीं कोल माफिया (coal mafia) द्वारा इस खनिज का अवैध उत्खनन (illegal coal mining) एवं परिवहन किसी से छुपा नहीं है। यहां बड़े पैमाने पर काले हीरा का कारोबार (black diamond business) भी धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसे में जहां प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं। वहीं कोयले के अवैध खनन और (illegal coal mining) परिवहन रोकने के लिए राजस्व, पुलिस और वन विभाग के संयुक्त टीम टास्क फोर्स (joint task force) से कार्रवाई मांग की जा रही है।

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जंगल के अंदर कोयले का अवैध उत्खनन  

दरअसल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़, खरसिया, छाल, तमनार और घरघोड़ा क्षेत्र के जंगल से कोयले का अवैध उत्खनन लगातार जारी है। यही वजह है कि एसपी की ओर से थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन पर सक्रियता से कार्रवाई करने दिशा-निर्देश हैं। पुलिस अनुविभाग धरमजयगढ़ के थाना क्षेत्र घरघोड़ा, तमनार, लैलूंगा, धरमजयगढ़ में कोयला का बड़ा भंडारण को देखते हुए थाना प्रभारियों को ऐसी गतिविधियों पर निगाह रखकर कार्रवाई के भी निर्देश हैं। हालांकि पुलिस द्वारा कोयले के अवैध परिवहन को लेकर कार्रवाई कम ही देखने को मिलती है। लेकिन जंगल के भीतर हो रहे कोयले के अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लग पा रहा है।

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होनी चाहिए टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई: सामाजिक कार्यकर्ता

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि धरमजयगढ़, लैलूंगा, तमनार के जंगलों में अवैध उत्खनन के अनेक प्वाइंट हैं। विभागीय अमला वहां तक पहुंच नहीं पाता है, चाहे इसकी कोई भी वजह हो। जिससे जंगल के भीतर कोयले के अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लग पा रहा है। इसी मामले में सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी का कहना है कि इसके लिए पूर्व के सालों की तरह टास्क फोर्स की संयुक्त टीम की कार्रवाई होनी चाहिए। उनका कहना है कि जंगल से कोयले का अवैध उत्खनन (illegal coal mining)  कर लोकल में खपा दिया जाता है। ऐसे ही कुछ मामलों में पुलिस की पकड़ में आ रहे हैं। इस स्थिति में टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई (joint task force) होनी चाहिए, जिससे इस पर पूरी तरह से लगाया जा सके। 

 


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News Editor

Devendra Singh

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