कोरोना में पिता को खोया, किताबों के लिए नहीं थे पैसे! समाजसेवियों की मदद से पढ़ी और बन गई जिले की टॉपर
4/30/2022 12:23:42 PM

गुना(मिस्बाह नूर): बेटियां पिता का मान और स्वाभिमान क्यों होती हैं, इसकी एक झलक हाल ही में घोषित हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणामों में स्पष्ट दिखती है। बड़ी संख्या में बेटियों ने प्रथम सूची में स्थान बनाया है। इनमें से एक है ज्योति किरार जिन्होंने अपने पिता आजाद किरार को कोरोना संक्रमण के काले दौर में खो दिया। अपने पिता का गम उनके जेहन में एक टीस की तरह बसा हुआ है। साथ ही पिता द्वारा ही मन लगाकर पढऩे का सबक भी ज्योति नहीं भूलीं।
गुना के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में पढ़ने वालीं ज्योति किरार ने पिता के निधन के बाद समाजसेवियों की मदद से पढ़ाई की। आर्थिक और शैक्षणिक सामग्री उन्हें समाज के प्रबुद्धजनों ने उपहार स्वरूप दी। इन परिस्थितियों को ज्योति अच्छी तरह समझती थीं, लिहाजा उन्होंने पढ़ाई को बेहद गंभीरता से लिया और 12वीं के कृषि संकाय में अध्ययन करते हुए गुना जिले की प्रावीण्य सूची में पहला स्थान प्राप्त किया है।
ज्योति ने 500 में से 483 अंक प्राप्त किए हैं और वह अपने विषय की जिला टॉपर बन गई हैं। इस महत्वपूर्ण सफलता के बाद सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के आचार्य परिवार और समिति परिवार द्वारा प्रादेशिक सचिव शिरोमणि दुबे के साथ छात्रा ज्योति को सम्मानित किया।
ज्योति ने अपनी सफलता का श्रेय पिता के आशीर्वाद और उन सभी लोगों को दिया, जिन्होंने विपरीत परिस्थिति में उनकी सहायता की। ज्योति के शिक्षकों ने बताया कि वह मेधावी छात्रा होने के साथ-साथ परिवार की जिम्मेदार सदस्य भी है।
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