छात्रों को मिलने वाले चावल बेचने की फिराक में हॉस्टल वार्डन, ग्रामीणों ने मौके से पकड़ा, सरंपच पर मामला रफा-दफा करने के आरोप
Friday, Dec 30, 2022-05:38 PM (IST)

जशपुर (योगेश यादव): जशपुर में आदिवासी बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। वही जिले के कुछ लालची आश्रम के अधीक्षकों द्वारा बच्चों को मिलने वाली पोषण आहार से कटौती कर अपना मौज मस्ती करने में जुटे हुए है। पूरा मामला जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम पंचायत घुघरी के शासकीय बालक आश्रम कदमटोली का है। जहां 24 दिसंबर की शाम आदिवासी छात्रवास अधीक्षक द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में से कटौती कर चावल को बेचने के फिराक में था तभी गांव वालों ने चावल की बोरी सहित गाड़ी को धर दबोचा।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, 24 दिसंबर की शाम इस आश्रम छात्रवास से 9 बोरी चावल लेकर एक पिकअप निकली, गांव वालों ने देखा, तो उसका पीछा करते ग्राम पंचायत से लगे दूसरे पंचायत महुआडीह तक दौड़ाकर धर दबोचा। ग्रामीणों ने सरपंच को बुलाया और सरपंच के माध्यम से पंचनामा बनाया, और महुआडीह के उपसरपंच सोहन राम के घर मे चावल रखवा दिया पर सरपंच द्वारा न तो अब तक पंचनामा ही प्रशासन को जमा किया गया है, और न ही प्रशासन को इसकी लिखित में जानकारी दी गई है।
वहीं पंचनामा में दस्तखत करने वाले ग्रामीणों ने बताया कि ये चावल किसी अशोक गुप्ता के पिकअप से पकड़ा गया, जिस का पंचनामा में अशोक गुप्ता ने यह बात कबूलते हुए दस्तखत किया कि यह चावल आश्रम अधीक्षिका से आश्रम से खरीदकर ले जा रहा था, और चावल उतारकर पिकअप भी सुपुर्द कर दिया गया। सवाल तो यह भी है कि इतनी बड़ी घटना हो जाती है और प्रशासन को अब तक खबर तक नहीं। ग्रामीणों का तो यह भी कहना है कि इस आश्रम में साल भर में यह दूसरी घटना है।
पहली बार तो ग्रामीणों को आश्रम अधीक्षिका ने आश्वस्त किया कि दुबारा ऐसा नहीं होगा, तो ग्रामीणों ने माफ कर दिया था। पर दूसरी बार यह घटना घटी तो ग्रामीण भी आक्रोशित हैं, सवाल अधीक्षिका के साथ सरपंच पर भी उठ रहा है, क्योंकि सरपंच कहीं अधीक्षिका का बचाव में तो नहीं उतरे हैं, जो प्रशासन को सूचना और पंचनामा सुपुर्द नहीं दी गई है। मामले को लेकर सहोदय साय पैकरा नायक तहसीलदार बगीचा का कहना है कि कुछ ग्रामीण हमारे पास आए थे मौखिक में घटना के बारे में जानकारी दी है जिस पर सरपंच को फोन कर मैंने बोला है कि चावल को सुरक्षित रखना और पंचनामा सौंपे लेकिन अभी तक सरपंच ने पंचनामा प्रस्तुत नहीं किया है और न ही लिखित में कोई इसकी शिकायत या सूचना अभी तक हमें मिली है।