भोपाल में मानव तस्करी गिरोह का खुलासा, 2.75 लाख रुपए में नाबालिग को राजस्थान में बेचा
Wednesday, Jul 09, 2025-07:30 PM (IST)

भोपाल (इजहार हसन) : भोपाल की हबीबगंज पुलिस ने मानव तस्कर गिरोह की महिला और युवक को गिरफ्तार किया है। गिरोह के चार अन्य आरोपी फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। 2 फरवरी को पीड़ित नाबालिग मां-पिता की डांट से नाराज होकर निकली थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। मां की शिकायत पर हबीबगंज पुलिस ने 6 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी। डीसीपी शशांक ने बताया कि परिजनों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि मेरी बेटी कोचिंग नहीं गई थी, तो मेरी पत्नी ने बेटी को डांट दिया था। इससे नाराज बेटी घर से बिन बताए चली गई थी। सभी परिजनों और परिचितों के घर तलाशने के बाद भी जब वह नहीं मिली तो किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज कराई गई। पीड़िता ने पिछले दिनों मदद के लिए परिजनों को कॉल किया था। तब भोपाल पुलिस की टीम फतेहपुर जिला सीकर राजस्थान पहुंची। यहां से युवती को दस्तयाब किया।
न्यायालय में किशोरी के बयान लिए गए। उसने बताया कि ट्रेन से अपनी दोस्त अंकिता के पास झालावाड़ राजस्थान गई थी। यहां से अंकिता को सूचना मिली कि अपहृता को पुलिस ढूंढ रही है। क्योंकि अंकिता 12 नंबर मल्टी भोपाल की ही रहने वाली है। अंकिता ने अपनी ननद दुर्गा कसवे को कॉल कर अपहृत नाबालिग अपने पास होने की बात बताई और उसे ननद के पास पहुंचाकर पुलिस के हवाले करने को कहा। दुर्गा कसवे ने नाबालिग को अपनी परिचित कुसुम विश्वकर्मा से मिलाया। कुसुम विश्वकर्मा ने 19 अप्रैल से बालिका को अपने घर द्वारका नगर बजरिया में रखा।
29 जून को अपने साथी रोशनी और प्रदीप और लड़का पक्ष की ओर से सुनील के साथ मिलकर नाबालिग को गुना जिले के आरोन ले जाकर नरेंद्र कुमार निवासी फतेहपुर जिला सीकर राजस्थान को 2.75 लाख रुपए लेकर बेच दिया। आरोपी ने उससे एफिडेविट पर शादी भी कर ली। कुसुम विश्वकर्मा स्टेशन बजरिया भोपाल की रहने वाली है। इसके खिलाफ भोपाल शहर के थाना स्टेशन बजरिया में 1, छोला मंदिर में 1, कमला नगर में 1, जहांगीराबाद में 1 और हबीबगंज में 1 इस प्रकार कुल 5 अपराध दर्ज हैं। अब पुलिस इन के अन्य साथियों की तलाश कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि ये बड़े रैकेट के तौर पर काम कर रहे होंगे।