दुर्ग में तांत्रिक ने घर से उठाकर युवती को किया सम्मोहित, फिर बुझाई हवस की प्यास!
Saturday, Nov 22, 2025-09:16 PM (IST)
दुर्ग। ज़िले के भिलाई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ 22 वर्षीय युवती ने एक कथित तांत्रिक हेमंत अग्रवाल पर रेप, किडनैपिंग, ब्लैकमेलिंग और जबरदस्ती शादी कराने का गंभीर आरोप लगाया है। 19 नवंबर को कार सवार आरोपी युवती को दिनदहाड़े घर से उठा ले गया, लेकिन पुलिस ने इसे पति-पत्नी का मामला बताकर न सिर्फ शिकायत दबाई, बल्कि पीड़िता और परिवार के अनुसार आरोपी को सपोर्ट भी किया।
युवती का खुलासा — तांत्रिक ने तंत्र-मंत्र के नाम पर सम्मोहित किया, VIDEO बनाए, धमकी देकर रेप किया”
पीड़िता के अनुसार आरोपी हेमंत पहले परिवार से घर की समस्याएं दूर करने के बहाने जुड़ा, फिर तंत्र-मंत्र करके उसे सम्मोहित करने लगा।
आरोप है कि इसी दौरान उसने युवती के अश्लील वीडियो बनाए, धमकी देकर रेप किया और प्रेग्नेंट होने पर जबरन गर्भपात भी कराया।
आर्य समाज में जबरन शादी’ — रात 10 बजे कराया विवाह
युवती का दावा है कि आरोपी उसे 19 साल की उम्र में रायपुर ले गया और रात 10 बजे आरी समाज में दबाव डालकर शादी करवाई।
वह कहती है,
“मैंने वकील मैडम से गुहार लगाई कि ये मुझे किडनैप करके लाया है। किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। मेरे साथ जबरदस्ती शादी करवाई गई। जिसकी मान्यता भी नहीं है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल —
“अपहरण नहीं मान रही थी पुलिस, पति-पत्नी बताकर टालती रही कार्रवाई”
पीड़िता और उसके परिवार ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए—
थाना जामुल ने FIR दर्ज करने से इनकार किया
CCTV फुटेज दिखाने के बावजूद कहा गया — “बेटी शादीशुदा है”
पुलिस आरोपी को “पती-पत्नी का मामला” बताकर बचाती रही
गिरफ्तार आरोपी थाने से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
परिवार का कहना है कि मीडिया के दबाव के बाद FIR दर्ज हुई।
कार में उठाकर
दंतेवाड़ा–कोंडागांव घुमाता रहा, रास्ते भर पीटता रहा
19 नवंबर की सुबह आरोपी युवती को घर से उठा ले गया और
दंतेवाड़ा
कोंडागांव
रायपुर
लगातार अलग-अलग जगहों पर ले जाकर बिना रुके घुमाता रहा।
पीड़िता बताती है —
मीडिया में खबरें चलने लगीं तो वो और गुस्से में आ गया। मुझे मारता-पीटता रहा और बयान बदलने का दबाव डालता रहा।”
आरोपी पहले से शादीशुदा, कई लड़कियों की फोटो मिली
पीड़िता ने बताया कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और उसका तलाक भी नहीं हुआ। उसके बैग में और भी कई लड़कियों की फोटो मिलीं।
पहली पत्नी ने भी फोन पर कहा था—
मैं कुछ नहीं कर सकती, उसने मेरे साथ भी ऐसा ही किया है।
परिवार बोला — “एसएसपी विजय अग्रवाल ने बचाया, वरना बेटी का पता नहीं चलता, परिवार ने जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि केवल एसएसपी विजय अग्रवाल के हस्तक्षेप से ही उनकी बेटी सुरक्षित वापस मिल सकी।

