अब CBI के हवाले अंतराज्यीय डबल मनी मामला? हजारों करोड़ के मामले में तीन राज्यो के लोग हुए बर्बाद, कई दिग्गज आएंगे जांज की जद में!
Monday, Sep 04, 2023-01:18 PM (IST)

बालाघाट (हरीश लिल्हारे): मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावी सरगर्मी के बीच बालाघाट जिले के लांजी इलाके से डबल मनी का चर्चित मामला अब सीबीआई जांच के हवाले हो सकता है। दरअसल मध्यप्रदेश सरकार द्वारा निवेशकों को बर्बाद करने वाले डबल मनी के मामले को सीबीआई के हवाले जांच करने की अनुशंसा की गई है। अगर सीबीआई जांच हुई तो कहा जा रहा है, कि कई नेता,अधिकारी,और अवैध रकम लगाने वाले व्यापारी रडार में आ जाएंगे। आपको बता दें कि डबल मनी का कारोबार बाकायदा मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अंधाधुंध चल रहा था। बहरहाल गरीब और आम निवेशक अपनी रकम वापसी की उम्मीद लगाए हुए है।
बालाघाट जिले के लांजी बोलेगांव से डबल मनी के कारोबार को इसके मुख्य मास्टर माइंड सोमेंद्र कंकरायने, अजय तिड़के और हेमराज आमाडरे सहित उनके एजेंट बेखौफ होकर चला रहे थे। 2021 से 2022 तक यह मामला मध्यप्रदेश के कई जिलों सहित महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कई जिलों तक फैला था। जिसमें हर वर्ग के लोगो ने अपनी गाड़ी कमाई और यंहा तक कि योजनाओं की राशि या कर्ज लेकर रकम लगाई है। चंद महीनों में पैसा डबल करने का यह खेल बाकायदा तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष और पूर्व लांजी विधायक रमेश भटेरे के गृह ग्राम बोलेगांव से फल फूल रहा था। क्षेत्र की विधायक हिना कांवरे ने तेजी से बढ़ते डबल मनी मामले को लेकर 2021 से कई बार विधानसभा में सवाल भी उठाए थे।
क्षेत्रीय विधायक कांवरे के द्वारा अवैध डबल मनी का मामला उठाये जाने के बावजूद भी नेताओं और आला अधिकारियों के संरक्षण में यह कारोबार फलता फूलता रहा। आखिरकार मई 2022 में बालाघाट पुलिस ने कार्यवाही कर मुख्य सरगना सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लगभग 13 करोड़ रुपये जप्त किये थे। पुलिस कार्रवाई के बाद सैकड़ों निवेशकों ने बालाघाट मुख्यालय में आंदोलन भी किये। जिसमें पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। यहां के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे सहित कई नेताओं ने भी अंतर्राज्यीय हाई प्रोफाइल डबल मनी मामले की सीबीआई जांच कर निष्पक्ष कार्यवाही की मांग लगातार उठाकर स्थानीय नेता और अधिकारियों पर सवाल उठाते रहे हैं, और आखिरकार बालाघाट पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने भी राज्य सरकार के द्वारा डबल मनी मामले में सीबीआई से अनुसंशा की पुष्टि कर दी है।
योजनाओं की राशि से लेकर अपनी गाढ़ी कमाई को लोगों ने कुछ माह में डबल करने के लिए गरीब आमजन से लेकर व्यापारी, अधिकारी और हर तबके के लोगों ने निवेश किये हैं। अब बालाघाट जिले से लेकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के हजारों निवेशक बर्बादी की कगार पर है। आर्थिक मानसिक रूप से परेशान निवेशकों को बस जैसे भी हो अपनी जमापूंजी वापस होने का इंतजार है। आरोप है सत्ता और ओहदे की धौंस के चलते बड़े निवेशकों ने आमजन की परवाह किये बगैर अपने दोगुने पैसे वसूल कर मामले को कार्रवाई की जद में डाल दिये हैं। अब सीबीआई जांच आम निवेशक,उम्मीद और नाउम्मीद के बीच भवर में खड़े दिखाई दे रहे हैं।