व्यापम से कांस्टेबल भर्ती तक भ्रष्टाचार का अंतहीन सिलसिला: मध्यप्रदेश सरकार कब तक युवाओं का भविष्य दांव पर लगाएगी?"- जीतू पटवारी
Friday, Jun 06, 2025-03:29 PM (IST)

भोपाल। (इजहार खान): प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज एक सशक्त एवं भावनात्मक प्रेस वार्ता में मध्यप्रदेश सरकार की भ्रष्ट नीतियों, लगातार हो रहे भर्ती घोटालों और बीजेपी नेताओं की महिलाओं के प्रति असंवेदनशील मानसिकता पर तीखा हमला बोला। उन्होंने प्रदेश की जनता, विशेषकर युवाओं के भविष्य को लेकर गहरी चिंता जताई और सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े किए।
"हमने व्यापम घोटाले का काला चेहरा देखा,
जीतू पटवारी ने कहा
"इस घोटाले में सिर्फ घोटाला ही नहीं हुआ, बल्कि न्याय की हत्या हुई। 50 से अधिक मौतें हुईं, जिनमें छात्र, पत्रकार और घोटाले से जुड़े अधिकारी तक शामिल थे। आज भी एक भी आरोपी को सजा नहीं मिली। सब बरी हो गए। ये किस तरह का न्याय है? क्या यही रामराज्य है, जिसकी बात भाजपा करती है?"
कांस्टेबल भर्ती में सॉल्वर गैंग का खुलासा
उन्होंने हाल ही में उजागर हुए पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले का ज़िक्र करते हुए कहा, "MPPSC अब 'भ्रष्टाचार भर्ती विभाग' बन गया है। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के माध्यम से फर्जी उम्मीदवारों को बैठाया गया। अब तक 16 FIR दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही। इससे पहले पटवारी भर्ती, प्राथमिक शिक्षक भर्ती, और कई अन्य परीक्षाओं में भी यही पैटर्न रहा है।"
युवा परेशान, सरकार मौन
"प्रदेश के लाखों युवा, दिन-रात मेहनत करके सरकारी नौकरी के सपने देखते हैं। लेकिन ये सरकार उनके सपनों की कब्र खोदने में लगी है। सरकार से पूछना चाहता हूं—वोटर्स के ही बच्चों का गला क्यों घोंटा जा रहा है? क्या युवाओं की मेहनत अब साजिशों की भेंट चढ़ा दी जाएगी?"
भाजपा नेताओं की महिलाओं पर असंवेदनशील टिप्पणियां
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पटवारी ने कहा,
"बीजेपी के नेताओं की सोच महिलाओं के कपड़ों से शुरू होकर वहीं खत्म हो जाती है। चाहे कैलाश विजयवर्गीय हों या नरोत्तम मिश्रा, इनकी टिप्पणियां महिलाओं की गरिमा के विरुद्ध हैं। क्या यही 'बेटी बचाओ' है? क्या यही 'नारी सम्मान' है?"
भारत माता का अपमान और ट्रंप का दावा
जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा सवाल उठाया।
उन्होंने कहा,
"राहुल गांधी के एक व्यंग्यात्मक बयान पर भाजपा आहत हो जाती है, लेकिन जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा करते हैं कि उन्होंने भारत को धमका कर सीजफायर कराया, तब प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं? ट्रंप भारत माता का अपमान कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मौन हैं। क्या प्रधानमंत्री का पद बड़ा है या भारत माता का सम्मान?
कांग्रेस भारत माता के लिए सर कटा सकती है, लेकिन सरकार से सवाल तो पूछेगी ही।"
राहुल गांधी जी के बयान पर को पटवारी ने स्पष्ट किया कि,
"राहुल गांधी ने 'बारात के घोड़े' उन नेताओं के लिए कहा जो हमेशा सत्ता की सवारी करना चाहते हैं। ऐसे लोग ही सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए। और जिन्हें 'लंगड़े घोड़े' कहा गया, वे वे लोग हैं जिन्हें कांग्रेस ने सब कुछ दिया, लेकिन संघर्ष के समय पार्टी को छोड़ गए।"
जीतू पटवारी ने अंत में कहा,
"यह वक्त चुप बैठने का नहीं है। हम सरकार से, न्यायपालिका से, और समाज से सवाल पूछेंगे। जब देश की बेटियां असुरक्षित हैं, जब युवाओं का भविष्य अंधकारमय है, जब भर्ती प्रणाली माफियाओं के कब्जे में है, तब विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह आवाज उठाए और जनता को न्याय दिलाए।