चीतों की बजाय गुजरात के गिर के शेर आने चाहिए थे : कमलनाथ
Sunday, Sep 18, 2022-07:24 PM (IST)

भोपाल: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर (Sheopur) के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park ) में नामीबिया (Namibia) से आठ चीते लाकर छोड़े जाने के एक दिन बाद रविवार को पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कायदे से तो वहां इन चीतों (cheetah) की बजाय गुजरात के गिर के शेर आने चाहिये थे। कमलनाथ ने केन्द्र और गुजरात की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात द्वारा कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शेर नहीं भेजने पर लोगों का ध्यान बांटने के लिये अब अफ्रीका से चीते लाये गये हैं।
पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने नामीबिया से लाए गए चीजों को लेकर कहा कि कायदे से तो वहां गिर के शेर आने चाहिये थे। जब मध्यप्रदेश में (17 दिसंबर 2018 से 22 मार्च 2020 तक) कांग्रेस की सरकार थी और मैं मुख्यमंत्री था, तब मैंने इसको लेकर खूब प्रयास किए। मैंने इसको लेकर सरकार से बात भी की थी कि यहां पूरी तैयारी है। आप गिर के शेर भेज दीजिए, लेकिन उन्होंने शेर भेजने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अब शेर तो भेजे नहीं गुजरात से, अफ्रीका से चीता ले आये ध्यान बांटने के लिये।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमारा श्योपुर जिला देश का सबसे ज्यादा कुपोषित जिला है। इसके गवाह तो खुद सरकारी आंकड़े हैं। चीता तो यहां एक महीने बाद भी छोड़े जा सकते थे। पहले यह कुपोषण दूर करने के लिए शिविर लगाते और कुपोषण दूर करने के उपाय करते, लेकिन इन्हें तो वहां चीता इवेंट करना था।
उन्होंने कहा कि आज श्योपुर जिला कुपोषित के साथ-साथ सबसे गरीब जिला भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां के रहवासियों के भविष्य की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा नीत मध्यप्रदेश सरकार को कोई चिंता नहीं है।
कमलनाथ ने कहा कि चौहान भाषण दे रहे हैं कि पर्यावरण की दृष्टि से कुनो उद्यान चीतों के लिए यह सही जगह है। उन्होंने कहा कि यह सब नाटक आज चल रहा है और सरकार को कुपोषण दूर करने को लेकर कार्य योजना बनानी चाहिये। वे कुपोषण पर बात नहीं कर रहे हैं, बेरोजगारी पर बात नहीं कर रहे हैं। कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो वास्तविक मुद्दे हैं, आज प्रदेश और हर व्यक्ति के भविष्य से जुड़े मुद्दे हैं, उससे ध्यान बांटने का काम हो रहा है।
बता दे कि बीते कल 17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के जन्मदिन पर 1952 में भारत में विलुप्त हुए चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीते लाए गए। जिन्हें शनिवार सुबह कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बने विशेष बाड़ों में छोड़ा गया।