तेज बारिश, धूप और कड़कड़ाती ठंड भी न रोक पाई शख्स का रास्ता, 35 सालों से हर रोज कोसों दूर से करने आता है मां नर्मदा की जल साधना

Wednesday, Jul 19, 2023-05:06 PM (IST)

खरगोन(अशोक गुप्ता): खरगोन जिले के महेश्वर नर्मदा तट पर ग्राम नालछा तहसील पीथमपुर जिला धार निवासी अशोक दायमा जो कि पेशे से शिक्षक है और बालक आश्रम मेघापूरा की मिडिल स्कूल के बच्चों को पढ़ाते हैं। अशोक दायमा पिछले करीब 35 वर्षों से 55 किलोमीटर की दूरी तय कर महेश्वर नर्मदा स्नान के लिए आ रहे हैं। पहले कुछ विशेष अवसरों पर ही आते थे लेकिन पिछले 6 वर्षों से वे लगातार मां नर्मदा के तट पर आ रहे हैं।

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यह मां नर्मदा के प्रति उनकी आस्था है कि प्रतिदिन 110 किलोमीटर की दूरी तय कर वह यहां हर परिस्थिति को पार करते हुए आते हैं और मां नर्मदा के जल में पद्मासन लगाकर मां नर्मदा के जल में रुद्राष्टक, नर्मदा अष्टक, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड एवं अंत में आरती करते हैं।

 

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यह कर्मकांड करीब डेढ़ घंटे चलता है इस प्रकार अपने जीवन से प्रतिदिन 4 घंटे वह मां नर्मदा जी को देते हैं जिसमें 2 घंटे आने-जाने के रहते हैं। अशोक दायमा 15 अगस्त और 26 जनवरी राष्ट्रीय पर्व पर दोनों हाथों में तिरंगा लेकर करीब एक घंटा नर्मदा जी में ध्वज फहराते हैं।

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कड़कती ठंड हो गर्मी हो या बारिश हो वह महेश्वर आने का क्रम नहीं तोड़ते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कई ग्रंथ है कंठाग्र याद है। अशोक दायमा की अभी उम्र करीब 58 वर्ष की है लेकिन उनकी चुस्ती फुर्ती में वृद्धावस्था नहीं झलकती है।

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दायमा नालछा के चौसठ जोगनी मंदिर के सामने स्थित मानसरोवर तालाब में भी त्योहारों और विशेष अवसरों पर पद्मासन लगाकर सुंदरकांड का पाठ करते हैं जिसे सुनने बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। अशोक दायमा इस प्रकार पद्मासन लगाकर विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का पाठ मध्यप्रदेश ही नहीं भारत के कई धार्मिक स्थलों पर भी कर चुके हैं।


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Content Writer

meena

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