सब गोलमाल है! पेट दर्द का बहाना बनाकर अस्पताल में VIP सुविधाएं ले रहा हत्या का आरोपी, कैमरा देखते ही मुंह छिपाते भागे वर्दीधारी

Monday, Sep 08, 2025-07:15 PM (IST)

सीहोर (धर्मेंद्र राय) : सीहोर की जिला जेल में एक अनोखा मामला देखने को मिला। जहां भोपाल के मर्डर केस के आरोपी को जेल के दो कर्मियों की मिलीभगत से जिला अस्पताल में VIP सुविधा मिल रही है। किसी की जान लेने वाले इस आरोपी को जिला अस्पताल में हर सुख सुविधा, स्वादिष्ट खाना और मोबाइल भी उपलब्ध कराया गया था। इतना ही नहीं आरोपी के परिजन भी उसे जिला अस्पताल में मिलने पहुंचे थे।

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मर्डर का आरोपी संदेश 29 अगस्त को पेट दर्द की शिकायत पर जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था जिसमें डॉक्टरों ने जांच में पथरी बताई थी। आरोपी जब से जिला अस्पताल में भर्ती हुआ तब मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था। इतना ही नहीं बाहर से स्वादिष्ट भोजन का भी लुत्फ उठा रहा था।  लेकिन जैसे ही इस वीआईपी ट्रीटमेंट का वीडियो सामने आया तो तुरंत कैदी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

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पूरे मामले पर जब जिला अस्पताल के डॉक्टर फैजल अंसारी से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि हमने कैदी की छुट्टी कर दी है, जब हमारी मीडिया की टीम ने फोन पर डॉक्टर साहब से पूछा किनके आदेश से आपने छुट्टी की तो उन्होंने बताया मेरे पास पुलिस लाइन से मोबाइल नंबर 083193 26632 लगभग 1 बजे के आस-पास फ़ोन आया था। हमारे पास आरक्षण की कमी है। कृपया कैदी/मरीज की छुट्टी कर दें। हालांकि बता दें कि किसी पुलिसकर्मी ने मोबाइल पर ही कैदी की छुट्टी को मंजूर कर दिया जबकि कैदी बिना इलाज एवं ऑपरेशन कराऐ बिना वीडियो वायरल होने की वजह से 07/092025 को लगभग दो बजे जिला जेल पहुंच गया था।

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इस वायरल वीडियो मामले में सीहोर एसपी से चर्चा की तो उन्होंने बताया यह मामला जिला जेल का है। बताया गया कि जेलर साहब छुट्टी पर गए हैं। इसी मामले पर पुलिस लाइन के आरआई एवं लाइन स्टाफ से चर्चा की तो गोल-गोल जवाब देते हुए दिखाई दिए। इस बड़ी लापरवाही में सूत्रों से जानकारी मिली कि जिला जेल से ही हजारों रुपए लेकर कैदी को सभी प्रकार की सुविधा दी जा रही है।

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इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के डॉक्टर फैजल अंसारी एवं पुलिस लाइन से दो आरक्षकों की भी मिली भगत दिखाई दे रही है, क्योंकि बिना ऑपरेशन किए वीडियो वायरल होने के कुछ देर बाद कारवाई होने के डर के कारण पुलिस लाइन से आए दोनों पुलिसकर्मियों के दबाव के कारण जिला जेल के आरोपी को मोबाइल पर ही छुट्टी दे दी गई। अब देखने वाली बात रहेगी कि इस पूरे मामले खबर चलाने के उपरांत किन-किन लोगों पर कार्रवाई होती है या पूरे मामले में लीपापोती कर दी जाएगी।


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Content Writer

meena

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