“काम नहीं तो वेतन नहीं”कर्मचारियों की सैलरी के लिए आदेश, बढ़ते वित्तीय दवाब के बाद नई नीति लागू
Wednesday, Dec 03, 2025-06:10 PM (IST)
(अशोकनगर): अशोकनगर में कर्मचारियों के लिए नया आदेश जारी हुआ है। नगरपालिका कर्मचारियों के वेतन के लिए ये फरमान जारी हुआ है। दरअसल आर्थिक तंगी से जूझ रही नगरपालिका ने कर्मचारियों के लिए नया सिस्टम लागू किया है। इसके तहत नगरपालिका जलकर, संपत्तिकर के साथ ही जिन दूसरे विभागों से जितनी आए होगी उसके आधार पर ही सैलरी मिलेगी। ‘नो वर्क नो पे’ सिस्टम आधार पर नपा कर्मचारियों को वेतन दिया जाएगा ।
आपको बता दें कि नगरपालिका की कम होती आय और बढ़ते वित्तीय दबाव के बीच कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए नई नीति आई है। नगर पालिका की वार्षिक संपत्ति कर मांग करीब 1.40 करोड़ रुपये है, लेकिन इसमें से औसतन 7 से 8 लाख रुपये प्रतिमाह की ही वसूली हो पा रही है। इस सीमित आय में वेतन और पेंशन भुगतान के लिए परिषद ने कर्मचारियों का वेतन उनके कार्य से जोडऩे का निर्णय लिया है।
नो वर्क नो पे नीति लागू
परिषद ने साफ कर दिया है कि जो कर्मचारी निर्धारित कार्य नहीं करेंगे, उन्हें नो वर्क-नो पे की श्रेणी में रखा जाएगा। घर-घर कचरा संग्रहण कार्य में लगे कर्मचारियों का वेतन सेवा शुल्क की वसूली से किया जाएगा और वाहन जिस क्षेत्र से कचरा एकत्र करता है, उसी क्षेत्र में ड्राइवर, हेल्पर वसूली करेंगें ।
राजस्व विभाग द्वारा की जाने वाली संपत्ति कर वसूली की राशि का आधा हिस्सा कार्यालय कर्मचारियों और आधा स्वच्छता कर्मियों के वेतन के लिए यूज में लाया जाएगा। इस तरह से नए फरमान से कर्मचारियों की धुकधुकी बढ़ सकती है। क्योकि वेतन भुगतान की इस नीति में काम आसान नहीं होगा।

