MP के इन 16 गांवों के अस्तित्व पर मंडराया संकट! इस प्रोजेक्ट की वजह से जल समाधि लेगें पुस्तैनी मकान और खेत खलिहान!

Sunday, Sep 21, 2025-11:23 PM (IST)

(MP DESK): कहा जाता है कि जब बात विकास की होती है तो विनाश के कहानी भी साथ ही चलती है। ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश में होगा। पार्वती काली सिंध चंबल लिंक प्रोजेक्ट के कारण यह कुछ ऐसी ही स्थिति  बन रही है। इस प्रोजेक्ट के कारण हजारों मकान, दुकानों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा । कई गांवों का अस्तित्व समाप्त होने की संभावना है। इस प्रोजेक्ट के तहत गुना जिले में बांध बनाया जाना है जिसमें बहुत से गांव जल समाधि ले लेगें।

हालांकि इन गांवों के लोगों का विरोध जारी हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां की जमीनें बेहद उपजाऊ है और  राजस्थान के हित के लिए बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों ने साफ कर दिया कि बांध के लिए वे अपने मकान, खेत, जमीनें नहीं छोड़ेंगे। ग्रामीण और किसान संगठन यहां बड़े बांध के स्थान पर छोटे स्टॉप डैम बनाने की वकालत कर रहे हैं।

आपको बता दें कि  पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक प्रोजेक्ट नदियों को जोड़ने का प्रोजेक्ट है। इसके लिए एमपी, राजस्थान और केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय के बीच करार हुआ है। इस प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश के 6 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेतों में सिंचाई हो सकेगी। 11 जिलों को भरपूर पानी मिलेगा।

72 हजार करोड़ रुपए के पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रोजेक्ट में कुल 21 बांध और बैराज बनेंगे। लेकिन कई गावों के पानी में जलसमाधि लेने की संभावना है। इस लिंक प्रोजेक्ट में बननेवाले कई बांधों में एक गुना के घाटाखेड़ी में बनना है। इस बांध में इलाके के पूरे 16 गांव डूब जाएंगे।  ग्रामीणों का कहना है कि 16 गांवों में रहने वाले करीब 22 हजार लोगों को विस्थापन करना होगा ​जो किसा कीमत पर मंजूर नहीं है।


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Desh sharma

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