आप तोड़ सकते हैं ओमीक्रोन की चेन! एक्सपर्ट से जानिए टिप्स

Tuesday, Dec 28, 2021-07:27 PM (IST)

इंदौर(सचिन बहरानी): पहले के मुकाबले कोरोना के मरीज फिर एक बार बढ़ने लगे हैं और बढ़ते मरीजों की चेन को तोड़ने के लिए या फिर मरीजों के सम्पर्क में आने वालों की कोरोना जांच का दायरा कैसा हो और जांच के बाद उनको जिनके सम्पर्क जांच हुई है, उनके साथ क्या खास ट्रीटमेंट होना चाहिए? इस खास मुद्दे को लेकर पूर्व में कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के अधिकारी रहे डॉक्टर अनिल डोंगरे ने कुछ टिप्स दिए हैं। जानिए कि कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के बाद कहां, क्या और कितना परहेज करना चाहिए।

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साल 2020 - 21 में कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कंट्रोल रूम के प्रभारी बनाए गए। डॉक्टर अनिल डोंगरे से वर्तमान में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों और ओमीक्रॉन के खतरे के मद्देनज़र सबसे ज़रूरी और अहम कदम ऐसे लोगों को कोरेन्टाइन करना है जिनकी कोरोना मरीजों के कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग निकली हो। इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाने चाहिए और जब कर रिपोर्ट नहीं आती इन्हें कोरेन्टाइन ही रखना चाहिए। इससे ट्रांसमिशन को रोकने में सबसे ज्यादा मदद मिलेगी। साथ ही डॉक्टर अनिल ने कोरेन्टाइन क्यों किया जाए इस बारे में बताया कि इसके समाज में बेहतर परिणाम आएगा। अपने अनुभव मीडिया से सांझा करते हुए डॉक्टर ने इस बात को आगे बढ़ाया। डॉक्टर ने ये भी कहा कि सेम्पल लिए जाने के बाद यदि उस व्यक्ति को कोरेन्टाइन रखा जाए तो संक्रमण फैलने का अंदेशा कम होगा। कुलमिलाकर सही समय में सही बात ज़िम्मदार द्वारा कही है। अब दी गई समझाइश का कितना असर नज़र आता है ये तो आने वाले समय में देखने को मिलेगा।


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meena

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