MP में दिवाली से पहले 50 हजार अतिथि शिक्षकों पर मंडराया आर्थिक संकट, विभाग ने रोक दिया वेतन
Sunday, Oct 12, 2025-02:15 PM (IST)
भोपाल: राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के स्कूलों में पढ़ा रहे लगभग 50 हजार अतिथि शिक्षकों को अभी तक उनका वेतन नहीं मिला है। इनकी भर्ती तीन माह पहले की गई थी, लेकिन ई-अटेन्डेस नियम के कारण स्कूल शिक्षा विभाग ने वेतन रोक दिया है। त्योहार से ठीक पहले शिक्षकों और उनके परिवारों के लिए यह स्थिति आर्थिक संकट बन गई है।
हाजिरी लगाने के बाद भी वेतन नहीं मिला
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश में कुल 70 हजार अतिथि शिक्षकों की भर्ती की है। जुलाई और अगस्त में जिला स्तर पर नियुक्ति के बाद उन्हें नियमित शिक्षकों की तरह ई-अटेन्डेस के नियम के तहत वेतन मिलना था। हालांकि, तकनीकी दिक्कतों के कारण केवल 20 प्रतिशत शिक्षकों को ही वेतन मिल पाया है। शेष शिक्षक हाजिरी लगाने के बावजूद वेतन न मिलने से परेशान हैं।
त्योहार से पहले आर्थिक संकट बढ़ा
मप्र शिक्षक संगठन के प्रभारी अध्यक्ष उपेन्द्र कौशल ने बताया कि वेतन न मिलने से पूरा परिवार प्रभावित है। उन्होंने कहा कि त्योहारी अवसरों पर यह समस्या और गंभीर हो जाती है। स्कूल शिक्षा विभाग ने “हमारे ऐप” नामक प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जिसमें शिक्षकों की एंट्री होनी थी। अतिथि शिक्षकों के मुताबिक उनके लिए कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। विभाग ने हर माह की 5 तारीख को वेतन देने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ।
वित्तीय असुरक्षा और कर्मचारियों की चिंता
अतिथि शिक्षक इस समस्या के कारण मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं। उनका कहना है कि वेतन न मिलने से न केवल उनकी रोजमर्रा की जरूरतें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। संगठन ने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर अतिथि शिक्षकों के वेतन जारी करने की मांग की है।

