अस्पताल में महिला की मौत पर पैसे की डील का आरोप, धमकी भी दी.. फंस गए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के करीबी!

Friday, Oct 10, 2025-04:28 PM (IST)

इंदौर: भोपाल के आजाद नगर थाना क्षेत्र में स्थित श्री बालाजी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद मामला तूल पकड़ गया है। मृतका के परिजनों ने अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं, प्रदर्शनकारियों और समाज के नाम पर पैसे वसूले जाने के आरोप ने विवाद और बढ़ा दिया है।

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क्या है मामला?
मृतका के पति ऋतिक ने बताया कि उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात दो बजे मेडिकल सामान लाने को कहा गया, लेकिन जब ‘नाली लगाने’ की बात आई तो अस्पताल ने मना कर दिया। इसके बावजूद सुबह तक पत्नी की हालत बिगड़ गई और वेंटिलेटर पर रखने से पहले उसकी मौत हो गई। ऋतिक ने इस पर अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार को फोन किया। परमार के कहने पर कार्यकर्ता लखन देपाले अस्पताल पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कराया। इसके बाद लखन ने ऋतिक को 30 हजार रुपए ‘बलाई समाज की मदद राशि’ के नाम पर दिए, जिससे परिवार को संदेह हुआ कि यह पैसा अस्पताल से लिया गया।

वसूली और धमकी का आरोप
ऋतिक का कहना है कि लखन ने उन्हें धमकियां और गालियां दीं और पैसे लौटाने की चेतावनी दी। दूसरी ओर लखन ने पुलिस में आवेदन देकर दावा किया कि उन्होंने ऋतिक को उधार पैसा दिया था, जो अब लौटाया नहीं गया।

अस्पताल और मंत्री के करीबी का नाम
अस्पताल प्रबंधन ने ऋतिक पर वसूली का आरोप लगाते हुए थाने में आवेदन दिया है। मामला और गंभीर इसलिए बन गया क्योंकि हाल ही में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मनोज परमार को महामंडलेश्वर की उपाधि दी थी, और अब उनके करीबी पर वसूली के आरोप लग रहे हैं।

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मनोज परमार का बयान

अस्पताल में महिला की मौत पर पैसे की डील का आरोप, धमकी भी दी.. फंस गए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के करीबी!
मनोज परमार ने कहा कि वह चित्रकूट गए हुए थे, उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों के बाहर समाज के नाम पर वसूली का खेल नया नहीं है, लेकिन इस बार मौत को मुद्दा बनाकर पैसे की डील सामने आ रही है। इस मामले में सवाल यह उठ रहा है कि महिला की मौत पर इंसाफ हुआ या शोक को भी कमाई का जरिया बनाया गया।


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Content Writer

Vikas Tiwari

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