मिल गई अर्चना तिवारी! 12 दिन की गुमशुदगी, रहस्यमयी सफर और अचानक बरामदगी, आखिर कहां थी सिविल जज एस्पिरेंट?

Tuesday, Aug 19, 2025-06:14 PM (IST)

ग्वालियर: सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी की गुमशुदगी ने 12 दिन तक पुलिस और परिजनों को असमंजस में रखा। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है अर्चना को जीआरपी पुलिस ने बरामद कर लिया है। हालांकि ये अभी कन्फर्म नहीं हो पाया है कि अर्चना की बरामदगी कहां से हुई है, इसका खुलासा अभी बाकी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरी कहानी सामने लाई जाएगी।

रहस्यमयी गुमशुदगी की शुरुआत
7 अगस्त को अर्चना तिवारी इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल से रवाना हुईं। उन्होंने नर्मदा एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच (B3, बर्थ नंबर 3) का टिकट लिया था। आखिरी बार उनकी लोकेशन भोपाल और नर्मदापुरम के बीच मिली। इसके बाद वह अचानक लापता हो गईं। उनका बैग उमरिया रेलवे स्टेशन पर मिला, जिससे रहस्य और गहराता चला गया।

पुलिस की जांच और बड़ा खुलासा
ग्वालियर जीआरपी को जांच के दौरान अहम सुराग मिला। पता चला कि ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में तैनात आरक्षक राम तोमर ने ही अर्चना का इंदौर से ग्वालियर तक का टिकट बुक कराया था। पूछताछ में राम तोमर ने टिकट बुक करने की बात स्वीकार की, लेकिन दावा किया कि अर्चना ने उस टिकट पर यात्रा नहीं की। जांच में यह भी सामने आया कि ट्रेन यात्रा से पहले अर्चना और आरक्षक राम तोमर के बीच बातचीत हुई थी। यही वजह रही कि पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ शुरू कर दी।

बरामदगी से पहले सस्पेंस और अब नए सवाल
अर्चना की अचानक गुमशुदगी ने पुलिस और परिवार दोनों को बेचैन कर रखा था। इस बीच अलग-अलग आशंकाएं भी जताई जा रही थीं, कि कहीं हादसा तो नहीं हुआ, या फिर वह किसी के दबाव में थीं? लेकिन अब जब अर्चना मिल गई हैं, तो कई सवाल और गहराते जा रहे हैं, कि इतने दिनों तक वह कहां थीं? उनका बैग उमरिया स्टेशन पर कैसे पहुंचा? ट्रेन टिकट का सच क्या है? आरक्षक राम तोमर की इस कहानी में क्या भूमिका है?

जल्द सामने आएगा पूरा राज़
फिलहाल जीआरपी और ग्वालियर पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। अधिकारियों का कहना है कि अर्चना की बरामदगी के बाद पूछताछ चल रही है और जल्द ही पूरा सच सामने लाया जाएगा।


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Content Writer

Vikas Tiwari

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