बाबा अंबेडकर अंग्रेजों के गुलाम थे, हम उनका झूठा वजूद खत्म कर देगें, असली सविंधान निर्माता BN राव हैं!जानिए किसने दिया ये बड़ा बयान?
Saturday, Oct 04, 2025-08:03 PM (IST)

ग्वालियर( अंकुर जैन):भीमराव अंबेडकर को ना मानने वाले और उनका अपमान करने वाले राष्ट्रद्रोही और देशद्रोही हैं, इन पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। ये बात ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्वजीत रतौनिया ने कही है। प्रेस वार्ता के दौरान ग्वालियर में दिए गए इस बयान से बवाल खड़ा हो गया है। इस बयान के बाद डॉ बीएनराव समर्थक रक्षक मोर्चे ने पलटवार करते हुए अंबेडकर के ही देशभक्त होने पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अंबेडकर के नाम को मिटा देने का संकल्प लिया है।
अंबेडकर को ना मानने वाले राष्ट्रद्रोही और देशद्रोही-विश्वजीत रतौनिया
दरअसल ग्वालियर हाई कोर्ट में पिछले कई महीनों से जारी अंबेडकर मूर्ति विवाद में ओबीसी महासभा ने अपनी नई रणनीति के तहत सोमवार से आंदोलन चलाने का ऐलान किया है। इसी दौरान एडवोकेट विश्वजीत रतौनिया, एडवोकेट धर्मेंद्र कुशवाहा बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सर्वनाम सिंह कुशवाहा और गांधीवादी विष्णुकांत शर्मा ने अंबेडकर की प्रतिमा का विरोध करने वाले पक्ष को मनुवादी और राष्ट्रद्रोही करार दिया ।
बीएनराव समर्थित रक्षक मोर्चे ने बाबा अंबेडकर की देशभक्ति पर लगाया प्रश्न चिन्ह
इसके जवाब में डॉक्टर बीएनराव समर्थित रक्षक मोर्चे ने अंबेडकर की देशभक्ति पर प्रश्न चिन्ह लगा दिए और कहा की अंबेडकर का आजादी की लड़ाई में क्या योगदान है वे बताएं। इसके साथ ही उन्होंने अंबेडकर समर्थक अधिवक्ताओं को पढ़ने-लिखने की सीख देते हुए कहा की देशद्रोही और राष्ट्रद्रोही की परिभाषा का अध्ययन करें ।
बाबा अंबेडकर के झूठे वजूद को मिटाकर रहेंगे-अनिल मिश्रा
एक वकील का इस तरह का बयान शर्मनाक है, देशद्रोही और राष्ट्रद्रोही किसे कहते हैं यह वह जान लें। अंबेडकर है क्या, मेरी मान्यता नहीं है की अंबेडकर कुछ नहीं है... मैं अंबेडकर को नहीं मानता तो नहीं मानता, किस कानून में यह लिखा है कि किसी को ना मानना देशद्रोह या राष्ट्रद्रोह है। अंबेडकर का झूठा वजूद जो इन्होंने कायम किया है, संकल्प करके कह रहे हैं कि वह वजूद हम खत्म कर देंगे मिटा देंगे।