MP के निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में NRI कोटे से करोड़ों का फर्जीवाड़ा, खुलासे से हड़कंप
Monday, Sep 08, 2025-09:05 PM (IST)

भोपाल (इजहार खान) : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने मध्यप्रदेश के निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एनआरआई कोटे से हो रहे प्रवेश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और धांधली का आरोप लगाया है। संगठन का कहना है कि एमबीबीएस, बीडीएस और पीजी (एमडी/एमएस/एमडीएस) कोर्सों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दाखिले दिए जा रहे हैं।
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने जानकारी दी कि इस मामले में 29 अगस्त को उन्होंने मुख्य सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त को विस्तृत शिकायत सौंपी है। उनका आरोप है कि शासन, निजी चिकित्सा महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के संचालकों की मिलीभगत से हर साल 800 से 1000 करोड़ रुपए की अवैध कमाई की जा रही है।
परमार ने कहा कि इस कमाई का हिस्सा शिक्षा माफिया विभाग के बड़े अधिकारियों और विभागीय मंत्री तक पहुंचाया जाता है, जिसके कारण छात्रों और छात्र संगठनों की शिकायतें हमेशा दबा दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि इस फर्जीवाड़े की वजह से गरीब और मेधावी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
एनएसयूआई की प्रमुख मांगें
• पूर्व में एनआरआई कोटे से प्रवेश लेने वाले छात्रों के दस्तावेजों की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में STF से कराई जाए।
• सभी प्रवेशित छात्रों के दस्तावेजों का पूर्ण सत्यापन शासकीय मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापकों/अधिकारियों/काउंसलिंग प्रतिनिधियों से कराया जाए
• सत्यापित दस्तावेजों को सार्वजनिक पोर्टल पर अपलोड किया जाए