Goodbye 2025: BJP नेता का हाईवे पर से.क्स, खाई में समाया परिवार, गैंगरेप के बाद हाथ से निकाली बच्चेदानी, MP के 8 काले अध्याय
Tuesday, Dec 30, 2025-03:14 PM (IST)
भोपाल: साल 2025 मध्य प्रदेश के लिए सिर्फ विकास और राजनीति का साल नहीं रहा, बल्कि यह वर्ष शर्मनाक अपराधों, वीभत्स घटनाओं और दर्दनाक हादसों के कारण भी लंबे समय तक याद रखा जाएगा। कहीं सत्ता से जुड़े चेहरों की अमर्यादित हरकतें कैमरे में कैद हुईं, तो कहीं रफ्तार, लापरवाही और अपराध ने मासूम जिंदगियां छीन लीं। इन घटनाओं ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था, बल्कि सिस्टम की संवेदनशीलता पर भी बड़े सवाल खड़े किए। आईए आज हम 2025 के ऐसे ही घटनाओं के बार में जानते हैं।

1. हाईवे पर BJP नेता नेता ने किया से.क्स
मंदसौर के भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर महिला के साथ अश्लील हरकत करते वीडियो ने पूरे देश को झकझोर दिया। 8 लेन हाई-सिक्योरिटी एक्सप्रेस वे पर लगे कैमरों में कैद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद भानपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। दो दिन तक फरार रहने के बाद आरोपी ने सरेंडर किया। गिरफ्तारी के दौरान चेहरे पर नकाब पहनाए जाने और बाद में आसानी से जमानत मिलने को लेकर भी गंभीर सवाल उठे। धाकड़ ने बाद में वीडियो वायरल करने के पीछे NHAI कर्मचारियों द्वारा ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। मामले में तीन कर्मचारियों पर कार्रवाई भी हुई, लेकिन पूरे घटनाक्रम ने सत्ता, सिस्टम और नैतिकता पर गहरी चोट की।

2. कोल्ड्रिफ कफ सिरप घोटाला: बच्चों की मौतों से हिला प्रदेश
सितंबर–अक्टूबर 2025 में सामने आया छिंदवाड़ा-बैतूल कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामला राज्य के सबसे बड़े स्वास्थ्य घोटालों में शामिल हो गया। तमिलनाडु की श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी द्वारा बनाई गई Coldrif कफ सिरप में जहरीला रसायन डायथिलीन ग्लाइकॉल पाए जाने से दर्जनों बच्चों की जान चली गई। सरकारी पुष्टि के मुताबिक छिंदवाड़ा में 14 से 21 बच्चों की मौत, बैतूल में 2 मौतें, पड़ोसी जिलों में भी संदिग्ध मामले, कुल मृतकों की संख्या 20 से 25 तक मानी गई। मामले में डॉक्टर प्रवीण सोनी सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हुई, कंपनी के डायरेक्टर भी पकड़े गए। सरकार ने SIT गठित की, पूरे प्रदेश में कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया गया और पीड़ित परिवारों को मुआवजा घोषित किया गया। यह मामला स्वास्थ्य व्यवस्था पर सबसे बड़ा सवाल बनकर उभरा।

3. एक्सप्रेस वे पर रफ्तार का कहर, पूरा परिवार खत्म
14 नवंबर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर रतलाम के पास माही नदी ब्रिज के समीप तेज रफ्तार कार रेलिंग तोड़कर खाई में गिर गई। करीब 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही कार में सवार एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई। हादसा सीसीटीवी में कैद हुआ। झपकी और तेज रफ्तार ने पूरे परिवार को लील लिया, जिसने सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए।

4. हनीमून बना मौत का सफर, पत्नी ही निकली कातिल
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हनीमून पर हत्या साल की सबसे सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री रही। शादी के कुछ ही दिनों बाद शिलॉन्ग गए राजा का शव 11 दिन बाद खाई में मिला। जांच में खुलासा हुआ कि पत्नी सोनम ने ही प्रेमी और साथियों के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी। सभी आरोपी फिलहाल शिलॉन्ग जेल में बंद हैं। इस केस ने रिश्तों पर से भरोसे को झकझोर दिया।

5. कुएं में समाईं 12 जिंदगियां, बचाने वाला भी नहीं बचा
27 अप्रैल को मंदसौर में बाइक से टकराने के बाद ईको वैन कुएं में गिर गई। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए। गांव के मनोहर सिंह ने चार लोगों को बचाया, लेकिन जहरीली गैस के कारण खुद जान गंवा बैठे। यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और बिना सुरक्षा वाले कुओं की भयावह सच्चाई सामने लाया।

6. खंडवा गैंगरेप: दरिंदगी की सारी हदें पार
खंडवा के खालवा क्षेत्र में दो युवकों ने शराब के नशे में महिला के साथ गैंगरेप कर बर्बरता की, जिससे पीड़िता की मौत हो गई। इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी के बेटे ने ही सरकारी गवाह बनकर अपने पिता के खिलाफ सच उजागर किया। पीड़िता ने मरने से पहले अपने बेटे को पूरी आपबीती बताई थी। यह घटना समाज की संवेदनहीनता और अपराध की भयावह तस्वीर पेश करती है।

7. खंडवा में दुर्गा विसर्जन हादसा: तालाब में समा गई खुशियां
2 अक्टूबर 2025 (विजयादशमी) को खंडवा जिले के पंधाना थाना क्षेत्र के जामली-अरदला कलां गांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश 7 से 25 वर्ष की बच्चियां और युवा थे। SDRF और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन लापरवाही ने कई परिवारों को उजाड़ दिया।

8. 2025 की बड़ी उपलब्धि: मध्य प्रदेश नक्सल-मुक्त
सभी दर्दनाक घटनाओं के बीच 11 दिसंबर 2025 को मध्य प्रदेश को आधिकारिक रूप से नक्सल/माओवादी मुक्त घोषित किया गया। बालाघाट जिले में अंतिम दो इनामी माओवादियों दीपक उइके (29 लाख इनामी), रोहित (14 लाख इनामी) के आत्मसमर्पण के बाद यह ऐतिहासिक घोषणा की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे 35 वर्षों की लड़ाई की जीत और अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। साल 2025 की ये घटनाएं सिर्फ अपराध या हादसे नहीं थीं, बल्कि उन्होंने कानून-व्यवस्था, सड़क सुरक्षा, महिला सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े किए। सवाल यह है कि क्या आने वाला साल इन जख्मों से सबक लेकर व्यवस्था को मजबूत कर पाएगा, या यह सिलसिला यूं ही जारी रहेगा?

