BJP सांसद ने उठाई बड़ी मांग, मोगली की भूमि को मिलेगा ‘स्पेशल टूरिज्म ज़ोन’ का दर्जा?
Friday, Dec 12, 2025-03:06 PM (IST)
सिवनी (काबिज खान): संसद के शीतकालीन सत्र के शून्यकाल में आज वह मुद्दा उठाया गया, जिसका इंतजार सिवनी, बालाघाट और मोगली प्रेमियों को लंबे समय से था। बालाघाट सांसद श्रीमती भारती पारधी ने सदन में पेंच–कान्हा क्षेत्र एवं माँ वैनगंगा नदी को ‘विशेष पर्यटन क्षेत्र (Special Tourism Zone)’ घोषित करने की जोरदार माँग रखी।
सिवनी-मोगली की धरती, विश्व की पहचान
सांसद पारधी ने कहा कि सिवनी वह धरती है जिसे रुडयार्ड किपलिंग की जंगल बुक ने विश्वभर में पहचान दिलाई। पेंच के जंगलों में आज भी वही रोमांच, जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य जीवंत है, जिसने ‘मोगली’ जैसे कालजयी चरित्र को जन्म दिया। उन्होंने सदन में कहा कि मोगली की यह पवित्र कर्मभूमि प्राकृतिक वैभव से भरपूर है और यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
कान्हा–पेंच कॉरिडोर: भारत का अनमोल वन्यजीव मार्ग
माँ वैनगंगा नदी सिवनी और बालाघाट के घने वनों से गुजरते हुए कान्हा–पेंच कॉरिडोर का निर्माण करती है, जिसे देश के सबसे महत्वपूर्ण वन्यजीव मार्गों में गिना जाता है। यह मार्ग बाघों, बारहसिंगों और कई दुर्लभ प्रजातियों के सुरक्षित आवागमन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एयर स्ट्रिप्स के विकास की मांग भी रखी
सांसद पारधी ने क्षेत्र में बेहतर हवाई संपर्क के लिए दो महत्वपूर्ण एयर स्ट्रिप्स को पुनः चालू करने और विकसित करने का आग्रह किया। बिरवा एयर स्ट्रिप (कान्हा के पास), सूक्तरा एयर स्ट्रिप (पेंच के पास).. उन्होंने कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की पहुंच आसान होगी और पर्यटन गतिविधियों में भारी वृद्धि होगी।
क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएँ
यदि पेंच–कान्हा क्षेत्र को ‘विशेष पर्यटन क्षेत्र’ का दर्जा मिलता है, तो सिवनी और बालाघाट वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत पहचान पाएंगे। हजारों लोगों को रोज़गार और व्यापार के नए अवसर मिलेंगे। मोगली की ऐतिहासिक भूमि को विश्वस्तरीय पहचान हासिल होगी। सांसद पारधी की यह पहल मोगली की धरती की गरिमा को पुनः विश्व पटल पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

