1 रोटी व 1 रुपए में गली व टॉयलेट साफ कर रही 12 साल की बच्ची, वायरल तस्वीर को लेकर सरकार पर उठ रहे सवाल
Thursday, Jun 01, 2023-03:05 PM (IST)

अशोकनगर (मोहन कुशवाह) : जहां देश में बच्चों को लेकर बड़ी-बड़ी योजनाएं बनती है, नारी सम्मान और डिजिटल इंडिया की बातें होती है, वहीं जिले में गरीबी के कारण मजबूरी की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर हर किसी की आंख नम हो सकती है। जहां एक 12 साल की बच्ची 20 घरों की गली, नाली व टॉयलेट की सफाई कर रही है और अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है।
मामला मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के बहादुरपुर कस्बे का है। जहां बहादुरपुर तहसील मुख्यालय बनने के बाद कस्बे में 12 साल की बच्ची छह महीने से रोज अपनी आठ साल की बहन के साथ 20 घरों के सामने गली में झाडू लगाने का काम कर रही है और नाली भी साफ करती है। वह कई घरों के टॉयलेट की सफाई करती है, इसके बदले में प्रत्येक घर से रोज उसे एक रुपया एवं एक रोटी मिलती है। साथ ही कभी-कभी उसकी बुआ भी सफाई करने आती है। नगर निकाय अन्य बड़ी ग्राम पंचायतों की तरह कस्बे में सफाई व्यवस्था नहीं है। इससे पहले पंचायत के पास केवल दो सफाई कर्मी थे करीब 8 माह पहले संख्या बढ़ाकर 7 कर दी गई है। पहले उन्हें 1200 रुपए महीने वेतन दिया जाता था लेकिन अब 2 हजार प्रति कर्मचारी वेतन कर दिया गया है ऐसे में इतने कम वेतन में परिवार का पालन पोषण कैसे होगा।
लोकनीति के कारण शौचालय साफ करने को मजबूर बच्ची
जानकारी के मुताबिक पहले यह काम बच्ची की दादी मां व चाची करती थी लेकिन करीब 6 माह पहले उनके पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तो वहीं दादी की तबीयत खराब होने के कारण वह बिस्तर पर हैं लेकिन क्षेत्र में रीत है कि पति की मौत के बाद पत्नी सवा साल तक घर के बाहर नहीं जाती है इसलिए मां के हिस्से का काम पढ़ने-लिखने की उम्र में मासूम बच्ची को करना पड़ रहा है।

भाई की ड्यूटी दुकानों के सामने झाड़ू लगाने की
12 साल की बच्ची अपने माता-पिता की दूसरी संतान है, उसका 15 साल का एक बड़ा भाई भी है, जो दुकानों के सामने झाड़ू लगाता है, जिसे महीने में दुकान से 30 रुपए से लेकर 50 रुपए तक मिलते हैं। पहले यह काम उसका पिता करता था। जब बच्ची से पूछा कि तुम्हारी उम्र कया है तो उसे पता नहीं था, जब पूछा कि कौन सी कक्षा में पढ़ती हो तो उसने बताया कि क्लास सिक्सथ, अबकी साल क्लास सेवेंथ में आ जाऊंगी। जब उससे पूछा कि यह काम अच्छा लगता है तो वह बोली कि हमारे घर में सब लोग यही काम करते हैं।