3 महीने पहले गलती से पाकिस्तान पहुंच गया था शख्स, कांग्रेस विधायक ने वापस लाने उठाया ये कदम!

7/19/2021 8:03:04 PM

खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से गलती से पाकिस्तान पहुंचे 35 वर्षीय युवक को घर लाने के लिए बड़वाह के कांग्रेस विधायक ने पैसा और वाहन उपलब्ध करा दिया है। अब भाई और ग्राम पंचायत सरपंच वीर सिंह को लेने श्रीगंगानगर जाएंगे। विधायक ने कहा वीर सिंह के परिजनों की वाहन और खाने-पीने का खर्च की व्यवस्था करा दी है। वीर सिंह का भाई और ग्राम पंचायत सरपंच उसे लाएंगे। वीर सिंह के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के कारण परिजन श्री गंगानगर नहीं जा पा रहे थे। ASP जितेंद्र सिंह पवार ने कहा कि पंजाब के यूनिट कमांडेंट से बात हुई है। परिजनों ने भी वीरसिंह से चर्चा की है। शीघ्र ही वीरसिंह को वापस लाया जाएगा।

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जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर बेड़िया थाना क्षेत्र के ग्राम नवलट का रहने वाला 35 वर्षीय वीर सिंह तीन महीने पहले अचानक लापता हो गया था। तब परिजनों ने बेडिय़ा थाने पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों ने मुताबिक वो बचपन से मंदबुद्धि है। कहीं पर भी चला जाता था और फिर वापस लौट आता था। लेकिन तीन महीने पहले जब वह घर से गया, तो वापस नहीं आया। परिजन भी उसकी वापस लौटने की उम्मीद छोड़ चुके थे। शनिवार को परिजनों के पास जब पुलिस का फोन आया, तो उसके होश उड़ गए। वीरसिंह शादीशुदा होकर दो लड़कियों का पिता भी है। वो गलती से राजस्थान से होते हुए भारत-पाकिस्तान सीमा पार कर पड़ोसी मुल्क चला गया था। जहां पाकिस्तान सुरक्षा बलों ने उस पकड़कर पूछताछ की। वीर सिंह तो मिल गया लेकिन उसे लेकर आने के लिए परिजनों के पास आर्थिक को आर्थिक परेशानी आ रही थी जब उनकी यह मजबूरी बड़वाह के कांग्रेस विधायक सचिन बिरला को पता चली तो उन्होंने श्री गंगानगर से वीर सिंह को लाने के लिए ना केवल व्यवस्था की वाहन की व्यवस्था की बल्कि परिजनों के रहने और खाने की व्यवस्था भी कराई की व्यवस्था भी कराई।

संदेह ना होने पर पाक ने भारतीय सेना को सौंपा...
किसी तरह का संदेह नहीं होने पर पाकिस्तान सेना की भारतीय सीमा सुरक्षा बल के साथ फ्लैग मीटिंग के दौरान शनिवार को भारतीय सुरक्षा बलों को उसे सौंपा गया। बीएसएफ के यूनिट कमाण्डेन्ट ने शनिवार शाम वीरसिंह को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द किया। थाना प्रभारी सुनील कुमार खत्री ने वीरसिंह के बारे में जानकारी जुटाना शुरु की, तो पता चला कि वो खरगोन जिले में नलवट का रहने वाला है। इसके बाद बेडिय़ा पुलिस से संपर्क किया गया। यहां शनिवार को वीरसिंह के भाई और पत्नी की वीडियो काल पर बातचीत कराई गई। पहचान होने के बाद वीरसिंह की वतन वापसी का रास्ता खुल गया।

गांव में मजदूरी करता है परिवार...
नलवट के सरपंच देवीसिंह ने बताया कि वीरसिंह के पिता भीमसिंह का परिवार बेहद गरीब है। गांव में मजदूर कर गुजर-बसर करता है। उसके परिवार में मां, भाई, पत्नी सोनूबाई और दो लड़कियां हैं। वीरसिंह के जाने के बाद सभी चिंतित थे। वहीं शनिवार को जब उसके सुरक्षित मिलने की खबर मिली, तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।


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Content Writer

Vikas Tiwari

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