व्यापम की तर्ज पर एक और भर्ती घोटाला! जांच की मांग लेकर युवा कांग्रेस ने SDM को सौंपा ज्ञापन

Friday, Sep 03, 2021-07:41 PM (IST)

अनूपपुर(विनय शुक्ला): अनूपपुर जिले के नवगठित तीन नगर परिषद मे संविलियन के आधार पर नियमबध तरीके से सैकड़ों कर्मचारियों की भर्ती की गई है, जिसमें बड़े पैमाने पर किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ सबूत सहित अनेकों शिकायतों के बाद भी आज तक शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की जांच एवं कार्यवाही नहीं की गई है। नगर परिषद भर्ती घोटाले पर दर्जनों शिकायतों आंदोलन धरना प्रदर्शन पुतला दहन के बाद आज तक प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की है, जबकि यह भर्ती घोटाला फरवरी 2021 में हो गया था, जिसके विरोध में युवक कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों स्थानीय युवाओं ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया, एवं भर्ती घोटाले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।

अनूपपुर जिले के नवगठित नगर परिषद द्वारा व्यापम घोटाले की तर्ज पर किए गए बहुचर्चित भर्ती घोटाले पर आज युवा कांग्रेस ने एसडीएम को सत्याग्रह कर ज्ञापन सौंपा है। इसमें बताया गया कि नवगठित नगर परिषद डोला, बनगवां, डूमरकछार में की गई। भर्ती की जांच करवाए जाने की मांग की गई। बताया गया कि 23,8 ,2021 को युवा कांग्रेस के द्वारा फर्जी भर्ती की जांच एवं दोषियों पर कार्यवाही के लिए ज्ञापन सौंपा गया था। इस भर्ती घोटाले को व्यापमं के बाद जिले के अंदर सबसे बड़ा घोटाला भी बताया जा रहा है। दर्जनों शिकायतों के बावजूद कोई कार्यवाही ना होने के कारण आज यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गुड्डू चौहान के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय के सामने सत्याग्रह कर ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस संबंध में अंतिम बार एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौंपा जा रहा है इसके बाद न्यायालय में एसडीएम के विरुद्ध भी परिवाद दायर कर आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

दरअसल वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन ग्राम पंचायत को नगर परिषद बनाने की घोषणा की थी लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार ने इस घोषणा को रद्द कर दिया था जैसे ही भाजपा की सरकार पुनः बनी वैसे ही ग्राम पंचायत को फिर से नगर परिषद बनाने का आदेश जारी कर दिया गया और यहीं पर जनप्रतिनिधियों व तमाम जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से मनमानी भर्तियां कर ली गई जिसमें अधिकारी जनप्रतिनिधियों के करीबी लोगों को नौकरी पर रखा गया है। जिसे लेकर दर्जनों शिकायतें की गई लेकिन आज तक जांच कार्यवाही नहीं की गई।

इस भर्ती घोटाले को लेकर कोतमा कांग्रेस विधायक विधायक ने भी पत्र लिखकर आयुक्त को जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही थी लेकिन कर्मचारियों की जानकारी आयुक्त ने विधायक को भी उपलब्ध नहीं कराई। विधायक ने विधानसभा सत्र में सवाल भी उठाए कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में तीन नगर परिषद पर कितने कर्मचारी कार्यरत है। बताया जाए लेकिन सरकार ने विधायक को भी किसी प्रकार से कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।

नवगठित नगर परिषद ने मनमानी भर्ती करते हुए तीनों नगर परिषद में लगभग 400 के करीब कर्मचारियों की भर्ती कर ली है। इस भर्ती के संबंध में स्थानीय लोगों को किसी प्रकार से कोई जानकारी नहीं हुई ना ही यहां के स्थानीय युवाओं को इसकी जानकारी दी गई। गुपचुप तरीके से  भर्तियां कर ली गई जब यह मामला प्रकाश में आया तब जागरूक लोगों ने इसकी शिकायत संबंधित उच्च अधिकारियों को प्रेषित की गई। सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी लेकिन आज तक किसी प्रकार से कोई जानकारी जागरूक लोगों को उपलब्ध नहीं कराई है। अब देखना होगा कि इस ज्ञापन से क्या कार्यवाही होती है।


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Content Writer

meena

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