छतरपुर में परिवहन विभाग के आरक्षक के साथ ट्रक में सवार होकर आए अज्ञात लोगों ने की जमकर मारपीट...
Wednesday, Nov 29, 2023-12:43 PM (IST)

छतरपुर। (राजेश चौरसिया): जिले के बकस्वाहा क्षेत्र में परिवहन विभाग के एक आरक्षक एवं उसके चालक के साथ अज्ञात लोगों द्वारा मारपीट किए जाने की घटना सामने आई थी। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है और मारपीट करने वाले लोगों की तलाश की जा रही है।जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग में पदस्थ आरक्षक उदय भान सिंह पुत्र रामचरण सिंह (उम्र 35 वर्ष निवासी सराय चोला जिला मुरैना) RTO छतरपुर की नेम प्लेट लगी गाड़ी से अपने किसी काम से 35 वर्षीय राजेश सिंह रजावत (पुत्र शंकर सिंह निवासी नौगांव) के साथ बकस्वाहा की ओर थाना प्रभारी से मिलने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान हीरापुर और बकस्वाहा रोड़ पर बीच में सामने से आए एक ट्रक में सवार दो-तीन लोगों ने उनके वाहन को रोक लिया। इसी बीच तीन-चार लग्जरी कार से करीब दो दर्जन लोग वहां पहुंच गए। उदयभान सिंह के मुताबिक उक्त लोगों ने उसे तथा उसके चालक राजेश सिंह के साथ यह कहते हुए मारपीट की इस रोड़ पर उनके ओवरलोड वाहन चलते हैं, उन पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। उदयभान के मुताबिक मारपीट के बाद आरोपी उसे तथा उसके चालक को एक पेड़ से बंधकर भाग गए। किसी तरह दोनों वहां से घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचे जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
ट्रक यूनियन का फर्ज़ी वसूली का आरोप पहले ही दिया था ज्ञापन..
इस मामले में ट्रक यूनियन की तरफ से पूर्व में ही असमाजिक तत्वों द्वारा जंगल में गाड़ी रोककर फर्जी RTO बनकर RTO की फर्जी नंबर प्लेट लगी गाड़ी नें 4-5 प्राईवेट और असमाजिक तत्वों को बिठाकर फ्लाइंग स्कावर्ड टीम बनकर अवैध वसूली करने की शिकायत की गई थी। जिसका छतरपुर ट्रक यूनियन ने सोमवार को बक्सवाहा थाने में आवेदन भी दिया था। यूनियन का आरोप है कि RTO की नेम प्लेट लगी 4-5 फर्ज़ी गाड़ियां घूमती हैं। जहां इन गाड़ियों में फर्ज़ी RTO बनकर बाहर से आने वाले और छतरपुर की सीमा और जिले और सीमाओं से गुजरने वाले ट्रकों से फर्ज़ी टोकन और इंट्री वसूली की जाती है। यह गाड़ियां छतरपुर जिले के सभी हाइवे और चारों ओर लगी होती हैं।
इस पूरे मामले पर क्या बोले एसपी , देखें
मामले में SP अमित सांघी ने बताया कि परिवहन विभाग के आरक्षक और उसके चालक के साथ मारपीट हुई है। आरक्षक द्वारा की जाने वाली चैकिंग को लेकर इस घटना को अंजाम दिए जाने की शंका है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच करते हुए आरोपियों की तलाश की जा रही है।