CAA का विरोध करने पर BJP ने अल्पसंख्यक प्रभारी को किया निष्कासित
1/12/2020 12:52:40 PM
भोपाल (इजहार हसन खान): केंद्र की बीजेपी सरकार के सीएए और एनआरसी का विरोध विपक्ष और अन्य संगठन पुरजोर तरीके से कर रहे हैं। वहीं बीजेपी सीएए और एनआरसी पर राष्ट्रव्यापी जनजागरण चलाने और लोगों को जागरूक करने में लगी है, लेकिन इसी बीच बीजेपी के लिए झटका देने वाली खबरें भी आ रही हैं। बीजेपी में ही अब सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए हैं जो बीजेपी के लिए मुश्किल साबित हो सकते हैं।
बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है और उसने सीएए के विरोध का समर्थन करने वाले अपने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में बीजेपी संगठन ने सीएए के विरोध में उतरे बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद बेग पर कार्रवाई करते हुए उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी है। बीजेपी प्रदेश कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह ने जावेद को पत्र लिखकर सूचित किया। पत्र में लिखा गया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। आपके इस कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। आपका यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
भोपाल में सीएए का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। जहां रोजाना सैकड़ों की तादाद में छात्र और स्थानीय लोग शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह कर सीएए का विरोध कर रहे हैं। विरोध में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के मीडिया प्रभारी जावेद बेग भी शामिल हो रहे हैं। जावेद बेग के सीएए के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की सूचना बीजेपी संगठन को मिली थी जिसके बाद जावेद पर कार्रवाई की गई है।
वहीं जब इसके बारे में जावेद बेग से बात की गई तो उनका कहना है कि जो इंसान चाहे वो किसी भी मजहब का हो गरीब तबके का है, पड़ा लिखा नहीं है, मजदूर है, श्रमिक है, रोज कमाने खाने वाला है, बाढ़ पीड़ित है और भी किसी आपदा से प्रभावित है। ऐसे जितने लोग प्रभावित होते हैं उनके पास डाक्यूमेंट्स नहीं होते और कुछ लोग बनवाते ही नहीं है। पुराने जमाने में घरों में दाईंया आया करती थी। आकर डिलीवरी करवाया करती थी। उस समय इतनी जागरूकता नहीं थी।
बेग ने कहा कि अस्पताल का कल्चर नहीं था। इस वजह से वहां भी डाक्यूमेंट्स नहीं बनते थे। यह सारे लोग कहां जाएंगे और सीएए का विरोध इसलिए कि पहले ही हिंदुस्तान में 11 साल वाला एक कानून है। जब हम उस कानून के जरिए अदनान सामी जैसे लोगों को नागरिकता दे सकते हैं तो बाकी लोगों को भी दे सकते हैं। फिर सीएए लाने की क्या जरूरत है और जिनको हम शरणार्थी दिखा चुके हैं। उनको नागरिकता देने में क्या परेशानी है। मैंने कभी भी पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं लिखा ना पार्टी लाइन से बाहर जाकर कोई बात कही इसके बाद भी मुझपर कार्रवाई कर दी गईं।
जावेद को हटाने से पहले गुरुवार को खरगोन और गुना में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेताओं ने इस्तीफे सौंपने शुरू कर दिए थे। खरगोन में जिले भर के बीजेपी अल्पसंख्यक पधादिकारी सदस्य सामूहिक रूप से इस्तीफा देना बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे। बीजेपी अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष समेत 176 अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी के विरोध में इस्तीफे दिए हैं। मध्य प्रदेश के गुना में अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष ने भी एनआरसी और सीएए के कारण अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद बेग के लगातार सीएए के खिलाफ हो रहे सत्याग्रह में शामिल होने की खबरों से पार्टी चिंतित थी और यह शंका जाहिर की जा रही थी कि कहीं जावेद बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक नेताओं के साथ पार्टी ना छोड़ दे इससे पहले ही जावेद को निकाल दिया गया।