कमलनाथ के गढ़ में भाजपा की नई रणनीति तैयार! क्या कांग्रेस के लिए बनेगी परेशानी का सबब?
Saturday, Nov 15, 2025-12:55 PM (IST)
छिंदवाड़ा : बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद BJP ने मध्य प्रदेश में संगठन को मजबूती देने के लिए बड़े फेरबदल किए हैं। इनका खास फोकस है कांग्रेस के दिग्गज नेता और नौ बार के सांसद रहे कमलनाथ का परंपरागत गढ़ छिंदवाड़ा। जिसे भेदने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब यहां अपनी पकड़ और मजबूत करने में जुट गई है। 2024 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी अब नए सिरे से संगठनात्मक ढांचा खड़ा कर रही है। पार्टी की नई रणनीति कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा में वापसी को और मुश्किल बना सकती है।
प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने तीन नए संभागों का गठन करते हुए 13 संभागीय प्रभारियों की नियुक्ति की है। इसी के तहत छिंदवाड़ा को जबलपुर संभाग से अलग कर एक नया संगठनात्मक संभाग बनाया गया है। छिंदवाड़ा की जिम्मेदारी राज्यसभा सांसद और प्रदेश महामंत्री सुमेर सिंह सोलंकी को सौंपी गई है।
पार्टी का कहना है कि नए संभागों का गठन कामकाज और निगरानी को आसान बनाने के उद्देश्य से किया गया है, लेकिन इसे आगामी चुनावों की दृष्टि से संगठन विस्तार और रणनीतिक तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है। छिंदवाड़ा के अलावा उज्जैन से मंदसौर व इंदौर से निमाड़ को अलग कर नए संभाग बनाए गए हैं।
बीजेपी की नई टीम में अब कुल 13 संभागीय प्रभारी हैं। इनमें नागदा-खाचरोद के विधायक डॉ. तेज बहादुर सिंह को भोपाल संभाग, प्रदेश उपाध्यक्ष रणवीर सिंह रावत को इंदौर, प्रदेश महामंत्री राहुल कोठारी को जबलपुर, सांसद लता वानखेड़े को उज्जैन और महामंत्री गौरव रणदिवे को सागर संभाग का प्रभारी बनाया गया है। ग्वालियर की जिम्मेदारी निशांत खरे, चंबल की अभय यादव, नर्मदापुरम की कांत देव सिंह, निमाड़ की सुरेंद्र शर्मा, रीवा की विजय दुबे, शहडोल की गौरव सिरोठिया और मंदसौर संभाग की जिम्मेदारी सुरेश आर्य को दी गई है। बीजेपी की इस नई संगठनात्मक संरचना को राजनीतिक विशेषज्ञ मध्य प्रदेश की राजनीति में आने वाले महीनों के लिए ‘बिग मूव’ मान रहे हैं।

