उज्जैन में राम मंदिर की जमीन बेचने का मामला, दस्तावेजों में हेरफेर, कलेक्टर ने एसडीएम को सौंपी जांच

Saturday, Nov 30, 2024-10:50 PM (IST)

उज्जैन। (विशाल सिंह): मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में अंकपात स्थित रामजानकी मंदिर की 23.05 हेक्टयर (115 बीघा) जमीन के विक्रय में बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि भूमाफिया ने मंदिर की भूमि के दस्तावेजों में हेरफेर कर उसे बेच दिया। इस मामले को लेकर कलेक्टर नीरज सिंह को शिकायत की गई है, जिसके बाद जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिकायत में कहा गया है कि भूमाफिया ने सिर्फ मंदिर की जमीन नहीं, बल्कि वन विभाग की शासकीय भूमि पर भी कब्जा कर रास्ता बना लिया है। मौरूखेड़ी स्थित खाक  चौक इलाके में स्थित श्रीराम जानकी मंदिर की यह भूमि 1968 में मंदिर को पट्टे पर दी गई थी।

 शिकायत के अनुसार, 29 अगस्त 2024 को इस भूमि को एक बिल्डर को 11 करोड़ 18 लाख रुपये में बेच दिया गया। विक्रय पत्र में इस भूमि का विवरण गलत तरीके से दर्ज किया गया है, जिसमें विक्रेताओं को यह जमीन बेचने का कोई अधिकार नहीं था। इसके अलावा, शिकायत में यह भी आरोप है कि भूमि से जुड़ी वन विभाग की शासकीय भूमि पर भी भूमाफिया ने अवैध कब्जा कर लिया है और वहां से एक रास्ता निकाल लिया है। इस मामले में कलेक्टर नीरज सिंह ने एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा है। इसके साथ ही शिकायतकर्ता ने भूमि के नामांतरण पर भी रोक लगाने की मांग की है।

PunjabKesariजानकारी के अनुसार, पहले राजा-महाराजाओं और दानदाताओं द्वारा मंदिरों के लिए भूमि दान की जाती थी, ताकि मंदिर के संचालन के लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जा सकें। लेकिन अब भूमाफिया ने मंदिरों की भूमि को अपनी मंशा के तहत हड़पने का काम शुरू कर दिया है।मामला गंभीर होने के कारण शिकायत कलेक्टर, लोकायुक्त और अन्य विभागों तक पहुंची है।


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Content Editor

Himansh sharma

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