इंदौर की पहचान पर बवाल: महापौर और व्यापारी आमने-सामने, अदालत तक पहुंच सकता है मामला

Monday, Aug 25, 2025-06:05 PM (IST)

इंदौर (सचिन बहरानी) : इंदौर के ऐतिहासिक बाजार सराफा में लगने वाली चौपाटी को लेकर शहर में हलचल बढ़ सकती है। मामले को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सराफा व्यापारी एसोसिएशन और चौपाटी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाई, लेकिन बैठक में विवाद और अधिक बढ़ गया।

बैठक में बढ़ा विवाद
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सराफा व्यापारी एसोसिएशन और चौपाटी एसोसिएशन के बीच विवाद सुलझाने के लिए बैठक बुलाई, लेकिन बातचीत में सहमति बनने के बजाय टकराव और बढ़ गया।

दुकानों को हटाने की मांग
सराफा व्यापारी एसोसिएशन का कहना है कि अस्थायी चौपाटी दुकानों से व्यापार प्रभावित हो रहा है और बाजार में अव्यवस्था फैल रही है। इसलिए चौपाटी को या तो सीमित किया जाए या सराफा क्षेत्र से पूरी तरह हटाया जाए।

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महापौर का रुख
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने साफ कहा कि जो दुकानें पारंपरिक रूप से वर्षों से संचालित हो रही हैं, उन्हें हटाया नहीं जाएगा। उन्होंने चौपाटी को इंदौर की पहचान बताते हुए इसे बंद न करने का फैसला दोहराया।

बढ़ा टकराव
महापौर के रुख को पक्षपातपूर्ण बताते हुए सराफा व्यापारी एसोसिएशन ने विरोध जताया और चेतावनी दी कि वे इस मुद्दे को उच्च प्रशासनिक स्तर पर उठाएंगे और आवश्यकता पड़ने पर कोर्ट भी जाएंगे।

चौपाटी एसोसिएशन का पक्ष
चौपाटी एसोसिएशन का कहना है कि वे सीमित संख्या में ही स्टॉल्स लगाना चाहते हैं, ताकि व्यवस्था बनी रहे और किसी को असुविधा न हो।

नगर निगम की अहम भूमिका
अब यह मामला नगर निगम के लिए चुनौती बन गया है। एक ओर चौपाटी को इंदौर की पहचान के रूप में देखा जाता है, तो दूसरी ओर स्थानीय व्यापारियों की समस्याएं भी गंभीर हैं।


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meena

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