कोरोना का कहर: ऑटो रिक्शा में अपनी गृहस्थी लादकर मुंबई से घर लौट रहे हजारों चालक

5/11/2020 5:05:55 PM

इंदौर: कोरोना वायरस के कारण लगाए लाॅकडाउन के चलते मुंबई के हजारों ऑटो रिक्शा चालकों ने रोजी-रोटी के संकट के चलते अपने मूल निवास स्थानों को लौटने का सिलसिला तेज कर दिया है। इनमें से ज्यादातर तिपहिया वाहन चालक मुंबई से आगरा को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन का इस्तेमाल करते हुए मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहे हैं।

वहीं लंबी दूरी के इस मुश्किल सफर में इंदौर भी मुंबई के ऑटो रिक्शा वालों के बड़े पलायन का गवाह बन रहा है। मध्यप्रदेश के इस प्रमुख शहर के बाईपास रोड पर काले और पीले रंग वाली तिपहिया गाड़ियों में सैकड़ों चालकों को अपने परिवार के बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को भी साथ ले जाते हर रोज देखा सकता है।

इंदौर बाईपास रोड पर एक सामाजिक संस्था की तरफ से चलाई जा रही भोजनशाला से पूरी और सब्जी ले रहे बालेश्वर यादव (54) अपने तिपहिया वाहन से झारखंड के हजारीबाग जिले स्थित गांव लौट रहे हैं। इस तिपहिया वाहन में दो महिलाओं और तीन बच्चों समेत आठ लोग सवार हैं।

यादव ने सोमवार को बताया, मैं मुंबई में पिछले 12 साल से ऑटो रिक्शा चला रहा हूं, लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पिछले कई दिनों से वहां सब बंद है। मैंने करीब दो महीने तक अपनी जमा-पूंजी से गुजारा किया, लेकिन अब पैसा खत्म हो गया है और गांव लौटने के अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है।

यादव इस सवाल पर कुछ पल तक शून्य में ताकने लगते हैं कि वह मुंबई कब लौट सकेंगे? फिर अपने तिपहिया वाहन की ओर इशारा करते हुए जवाब देते हैं, छह महीने लगें या सालभर, मुंबई तो एक न एक दिन लौटना ही पड़ेगा क्योंकि यह गाड़ी मैंने बैंक से कर्ज लेकर खरीदी है और इसकी किश्तें अभी चुकानी बाकी हैं।

उन्होंने कहा, मुंबई में हालात सामान्य होने तक मैं अपने गांव में मवेशी पालूंगा और खेती करूंगा। उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले के रहने वाले अजय यादव (36) ने बताया कि वह पिछले चार साल से मुंबई के गोरेगांव (वेस्ट) में ऑटो रिक्शा चला रहे थे। यादव दो दिन पहले मुंबई से अपने मूल निवास स्थान के लिए दो दोस्तों के साथ निकले थे।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Jagdev Singh

Recommended News

Related News