फिर टला PCC चीफ को लेकर फैसला, सोनिया गांधी ने कमलनाथ को दी ये सलाह

9/14/2019 12:22:03 PM

भोपाल: मध्य प्रदेश में पीसीसी चीफ को लेकर अभी इंतजार करना होगा। पीसीसी चीफ की कमान किसे सौंपी जाए इस पर फिलहाल दो हफ्तों के बाद फैसला लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक श्राद्ध शुरु होने के चलते फैसले को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वन मंत्री उमंग सिंघार विवाद पर भी बैठक टल गई है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके अंटोनी ने इस मसले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी, लेकिन कोरम पूरा नहीं होने के कारण बैठक टल गई। पार्टी आलाकमान ने बैठक में इस बात के संकेत दिए हैं कि संगठन की मजबूती पर प्रदेश इकाइयां खास ध्यान दें।

PunjabKesari

कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा प्रदेशाध्यक्षों की बैठक बुलाई में मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्रर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कुछ प्रमुख नेता मौजूद थे। सोनिया ने सरकार और संगठन के बीच तालमेल बिठाने की बात कही, ताकि राज्य सरकारों के कार्यक्रमों को सीधे जनता तक पहुंचाया जा सके। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में घोषाण पत्र में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। बैठक में आर्थिक मंदी के मौजूदा दौर पर भी चर्चा की गई और पार्टी की राज्य सरकारों द्वारा इससे निपटने के लिए किए गए उपायों और भविष्य में किए जाने वाले उपायों को तत्परता से लागू करने का फैसला किया गया। राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे मंत्रियों की रोस्टर आधार पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ड्यूटी लगाएं ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।

मंत्री सिंधार और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का विवाद भी टला
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वन मंत्री उमंग सिंघार विवाद पर भी बैठक टल गई है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके अंटोनी ने इस मसले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी, लेकिन कोरम पूरा नहीं होने के कारण बैठक टल गई। खबर है कि 15 दिन बाद ही प्रदेशाध्यक्ष और विवाद पर कोई फैसला हो सकेगा। दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी से चर्चा हुई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि आरोप-प्रत्यारोपों के दौर को वरिष्ठ नेता हस्तक्षेप करते तो स्थिति भयावह नहीं होती।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vikas kumar

Recommended News

Related News