18 साल मुख्यमंत्री रहे..आदिवासियों को हक नहीं दिला पाए...शिवराज के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
Saturday, Nov 01, 2025-02:00 PM (IST)
बुधनी (अमित शर्मा) : बुधनी के भेरूंदा क्षेत्र में वन विभाग द्वारा आदिवासियों को बेदखली के लिए नोटिस दिए गए थे, जिसके चलते आदिवासियों ने विशाल रैली निकालकर आंदोलन किया और भेरूंदा के दशहरा मैदान में महापंचायत की, जिसमे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे ओर आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मंच से कहा कि पहले कांग्रेस सरकार थी, तो उन्होने आदिवासियों पर अत्याचार किया। 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने आदिवासियों की जमीन नापने का काम किया था। कांग्रेस सरकार के समय उनके गुर्गे, दारू व मुर्गा- मुर्गी मांगते थे। जिसको लेकर हमने आंदोलन किया और सैकड़ों आदिवासियों के साथ ट्रैक्टरों से हम भोपाल पहुंचे, और आंदोलन किया।

इसी बयान को लेकर अब सियासत गरमा गई और कांग्रेस प्रवक्ता गोपाल शर्मा ने भी पलट बार करते हुए कहा कि अब तो केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है, शिवराज जी पहले 18 साल मुख्यमंत्री रहे और अब केंद्र में केंद्रीय कृषि मंत्री हैं, फिर भी वह कांग्रेस को ही कोसते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता गोपाल शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया गया, यही शिवराज जी की पीड़ा है।

शिवराज जी चौहान अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोलते हैं, पिछले 18 महीना में उन्होंने मोहन सरकार की हर योजनाओं का विरोध किया है और सरकार के विरोध में रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान 18 साल तक मुख्यमंत्री रहते हुए। आदिवासियों को अपना हक नहीं दिला पाए और अब वह सिर्फ मदारी बनकर रह गए हैं, जो डमरु बजा रहे हैं। जिसके चलते कांग्रेस को कोसने का काम कर रहे हैं, ना तो हमारी सरकार है और ना ही हमने आदिवासी भाइयों को बेदखल करने का कोई नोटिस निकलवाया है।

