कमलनाथ ही हमारे नेता है, उन्हीं के नेतृत्व में होगा चुनाव- नेता प्रतिपक्ष, कहा- मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया

6/3/2023 7:03:59 PM

ग्वालियर (अंकुर जैन) : सीएम फेस को लेकर कांग्रेस में छिड़ी बहस और गुटबाजी पर भाजपा ने सवाल उठाए तो नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह सामने आए और उन्होंने सफाई पेश की और कहा कि कमलनाथ उनके नेता है और उनके ही नेतृत्व में चुनाव होंगे। दरअसल, शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष ने सीएम फेस कमलनाथ होंगे या नहीं इस पर प्रतिक्रिया दी थी। उनका बयान सोशल मीडिया में आया तो इस पर कांग्रेस पर गुटबाजी के सवाल उठे तो पूर्व मंत्री सज्जन सिंह ने गोविंद सिंह को नसीहत दे डाली। इसके बाद भाजपा ने फिर से मामले को पकड़ा और कांग्रेस को धड़ों, गुटों और कबीलों में बंटी पार्टी बताया। इस पर गोविंद सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ही हमारे नेता हैं और उनके नेतृत्व में ही चुनाव होंगे।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ हमारे नेता है और उन्हीं के नेतृत्व में विधानसभा 2023 का चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग साजिश पूर्वक मेरे बयान को मेरी मंशा के विपरीत पेश कर भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर रहे है, जब कि मैंने कहा है कि प्रदेश के प्रमुख नेताओं की बैठक में हम सबने कमलनाथ को अपना नेता मान कर उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की सहमति व्यक्त की है। मैंने ये जरूर कहा है कि परम्परा अनुसार विधायक दल की बैठक में नेता का चयन किया जाता है। यदि कहीं कोई दिक्कत आती है तो ही विधायक दल की बैठक में चुनाव होता है। डॉ. सिंह ने कहा कि जब सभी ने कमलनाथ की नेता माना है और मैंने भी माना है फिर इस बात को कुछ समाचार पत्रों ने मेरी बात को तोड़ मरोड़कर प्रकाशित व प्रचारित किया है मैं ऐसे किसी भी बयान का खंडन करता हूं जो पार्टी में फूट डालने के मकसद से प्रकाशित किए गए है।

कमलनाथ को लेकर दिया था ये बयान

दरअसल कांग्रेस के सीएम फेस पर पूछे सवाल पर शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा था कि पहले से सीएम का चेहरा घोषित कर दो। वो चुनाव हार जाए, तो सीएम का फेस कैसे बनेगा? जब चुनकर आ जाते हैं, तो जिसे एमएलए चाहते हैं, जिसे पब्लिक चाहती है, वो बनता है। हमने कह दिया कि ये व्यक्ति सीएम फेस है। वो चुनाव हार गया फिर क्या होगा? इसलिए कांग्रेस में ये पद्धति नहीं होती। प्रजातांत्रिक पार्टी है। प्रजातंत्र में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि निर्णय लेंगे।

सज्जन सिंह वर्मा ने दे डाली नसीहत

सज्जन सिंह वर्मा ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गोविंद सिंह समाजवादी पार्टी से हमारी कांग्रेस पार्टी में आये। समाजवादी पार्टी से छतरपुर से एक MLA जीते थे, 2018 के चुनाव में बब्लू शुक्ला...समाजवादियों की विचारधारा कभी भी ऐसी नहीं रही, कि भाजपा से मेल खाये, लेकिन फिर भी बब्लू शुक्ला भाजपा में शामिल हो गए। डॉ. गोविंद सिंह जी कभी कभी भूल जाते है, कि वो नेता प्रतिपक्ष बने है, तो क्या विधायकों ने उनको चुना है, क्या...? नहीं चुना...आप वरिष्ठ थे, तो हमने भी मान लिया कि इन्हें बना दो। इसी तरह कमलनाथ जी और कांग्रेस के नाम पर प्रदेश का Vote पढ़ेगा, और आम जनता की भावना कमलनाथ जी के साथ है कि सवा साल की सरकार में जिस तरह से सरकार चलाकर जो काम मप्र की धरती पर किया वो लोगों के लिए एक प्रेरणा का काम कर रहे हैं, तो अब जो गोविंद सिंह को जो कहना है, वो कहे...कमलनाथ हमारे नेता है, और रहेंगे।

भाजपा ने गुटबाजी पर उठाए सवाल

वहीं भाजपा  प्रवक्ता दुर्गेश केसवान ने सवाल उठाते हुए कहा है कि कांग्रेस गुटों, धड़ों और कबीलों में बंटी हुई पार्टी है। कांग्रेस में लड़ाई इस बात की चल रही है कि कबीले का सरदार कौन होगा। पार्टी में अलग-अलग गुट है।


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Content Writer

meena

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