धमतरी में सक्रिय भू माफिया, आदिवासियों की जमीनों पर अधिकारियों से मिलकर कर रहे हैं कब्जा
7/26/2022 12:56:31 PM
धमतरी (राज गायकवाड़): छत्तीसगढ़ में आदिवासी अपने हितों के लिए कई सालों से लड़ता आ रहा है। इसके बाद ही आज भी आदिवासी समाज के हित संरक्षित नहीं हो पर रहे हैं। ताजा मामला प्रदेश के धमतकी जिले से हैं। यहां आदिवासियों की जमीन पर जबरन कब्जा करके भू माफिया तेजी से फलफूल रहे हैं। इसके लिए आदिवासी लोग वहां के स्थानीय अधिकारियों पर साठगांठ का आरोप लगा रहे हैं।
स्थानीय अधिकारियों पर सांठगांठ का आरोप
आदिवासियों का आरोप है कि अधिकारी फर्जी तरीके से उनकी जमीनों को सौदा कर रहे हैं। जिसके बाद आदिवासी समाज में भारी नाराजगी है। सोमवार को सर्वआदिवासी समाज के बैनर तले मगरलोड ब्लॉक के करीब 6 गांवों के ग्रामीण कलेक्टर से फरियाद लेकर वहां पहुंचे, साथ ही उन्होंने शिकायत करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
भूमाफिया हड़प रहे हैं जमीन
फरियादियों के मुताबिक मगरलोड क्षेत्र के ग्राम बेलरदोना, कपालफोड़ी, नारधा, शुक्लाभाठा, मड़ेली, कुल्हाड़ीकोट, धौराभाठा सहित अन्य गांवों के आदिवासी परिवारों की जमीन फर्जीवाड़ा करके हड़पी जा रही है। इस मामले में 10 प्रकरण लंबे समय से लंबित है और इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आदिवासी समाज का कहना है उनके क्षेत्र में भूमाफिया सक्रिय हैं, जो गांव की जमीनों को अधिकारियों से सांठगांठ करके कब्जे में ले रहे हैं और इनमें वहां से स्थानीय अधिकारी बराबर साथ दे रहे हैं।
फरियाद लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे आदिवासी
इसके साथ ही जालसाजी करके जमीन से लगे आदिवासियों की जमीन को भी बेच रहे हैं। जबकि इसके सभी दस्तावेज पीड़ित परिवारों के पास है। सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जीवराखन लाल मरई ने बताया कि इन मामलों की शिकायत बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सर्वआदिवासी समाज के संज्ञान में आने के बाद पीड़ित परिवारों के साथ इसकी शिकायत कलेक्टर से की है। वहीं कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन करने की बात कही है। इधर कलेक्टर पीएस एल्मा ने एक सप्ताह के भीतर जांच के बाद उचित कार्रवाई करने का भरोसा आदिवासियों को दिलाया है।
इसके साथ ही जालसाजी करके जमीन से लगे आदिवासियों की जमीन को भी बेच रहे हैं। जबकि इसके सभी दस्तावेज पीड़ित परिवारों के पास है। सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जीवराखन लाल मरई ने बताया कि इन मामलों की शिकायत बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सर्वआदिवासी समाज के संज्ञान में आने के बाद पीड़ित परिवारों के साथ इसकी शिकायत कलेक्टर से की है। वहीं कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन करने की बात कही है। इधर कलेक्टर पीएस एल्मा ने एक सप्ताह के भीतर जांच के बाद उचित कार्रवाई करने का भरोसा आदिवासियों को दिलाया है।