खंडवा मेडिकल कॉलेज में फर्जी दस्तावेज पर MBBS में एडमिशन, जांच में खुलासे के बाद मचा हड़कंप
Friday, Nov 28, 2025-05:26 PM (IST)
खंडवा (मुश्ताक मंसूरी) : मध्य प्रदेश के खंडवा से सबसे बड़ी और सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली ने MBBS एडमिशन सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एक छात्रा ने BHU के नाम पर बनाए गए फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र के सहारे सीधे MBBS की सीट पर कब्जा कर लिया और कॉलेज प्रशासन को महीनों तक इसकी भनक तक नहीं लगी! खंडवा का शासकीय नंदकुमार सिंह चौहान मेडिकल कॉलेज में जहां डॉक्टर बनने के सपने पूरे होते हैं। आज वहीं से निकली है एक ऐसी सच्चाई, जिसने पूरे सिस्टम की नींद उड़ा दी है।

भोपाल की छात्रा रिशु भारती जिसने BHU यानी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का फर्जी दिव्यांगता प्रमाणपत्र तैयार कियाऔर कॉलेज की एडमिशन स्क्रीनिंग को चकमा देते हुए सीधे MBBS में एडमिशन हासिल कर लिया! बड़ा खुलासा तब हुई जब कागजों की जांच BHU को भेजी गई तो रिपोर्ट ने पूरे कॉलेज को हिला कर रख दिया।

BHU ने साफ कहा “ये प्रमाणपत्र हमारा नहीं है।” “ये छात्रा हमारी नहीं है।” “दस्तावेज पूरी तरह फर्जी है” और यहीं से खुला फर्जी एडमिशन का बड़ा खेल! कॉलेज ने फटाफट एडमिशन कैंसिल किया दूसरे छात्र को सीट दी और मामला मोघट रोड पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन सवाल अभी भी जिंदा है कि जब एक फर्जी प्रमाणपत्र सिस्टम की आंखों में धूल झोंक सकता है, तो बाकी कितने फर्जी दस्तावेज सिस्टम से पास हो रहे होंगे? यह सिर्फ एक छात्रा का मामला नहीं। यह सिस्टम की सबसे बड़ी नाकामी का जीता-जागता सबूत है।

