भोपाल में बढ़ा प्रदूषण का खतरा, लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत, मास्क लगाने की सलाह
Tuesday, Nov 25, 2025-05:20 PM (IST)
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बढ़ती ठंड की वजह से हवा की गुणवत्ता में कमी आई है शहर की हवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स तीन सौ से पार हो गया है। ऐसे में इसका सीधा असर सेहत पर पड़ रहा है। खासकर बच्चे व बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी है।
पीएम 2.5 की अधिकता
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक टीटी नगर क्षेत्र की हवा की गुणवत्ता सबसे खराब है। सोमवार को यहां एक्यूआइ 337 दर्ज हुआ। कलेक्ट्रेट में यह स्तर 321 और पर्यावरण परिसर यानी अरेरा कॉलोनी क्षेत्र में स्तर 306 रिकॉर्ड हुआ। यानी हर व्यक्ति इन दिनों 15 से 20 सिगरेट के धुएं जितने प्रदूषण के बीच सांस ले रहा है। अधिकारियों के मुताबिक इन सभी का प्रमुख कारण पीएम 2.5 की अधिकता है।
हवा में घुला जहर
रिपोर्ट के मुताबिक हवा में कार्बन मोनोआक्साइट की मात्रा अधिक पाई गई है। प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों के धुंए और खुले में आग जलाना है। इसके अलावा तंदूर की भट्टियां और पराली जलाने की वजह से भी प्रदूषण बढ़ा है। बताया जा रहा है कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्हें सांस लेने में गंभीर तकलीफ हो सकती है। इसलिए मास्क लगाना अनिवार्य है।

