ये है आलम, न एंबुलेंस मिली, न ही स्टाफ,तेज प्रसव पीड़ा के बाद भी किया रेफर, गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्ची को जन्म
Monday, Nov 24, 2025-06:17 PM (IST)
(शिवपुरी): शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की लापरवाही का शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां छर्च स्वास्थ्य केंद्र में तेज प्रसव पीड़ा के बावजूद एक प्रसूता को पोहरी रेफर कर दिया गया।

समय पर 108 जननी एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे चलते परिजनों को उसे किराए के वाहन से ले जा पड़ा, लेकिन महिला ने सड़क पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। इस घटना ने एंबुलेंस सेवा से लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली तक कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और परिजनों में रोष व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार छर्च गांव की 30 वर्षीय मंजू जाटव पत्नी राजू जाटव को सोमवार डिलीवरी के लिए छर्च के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था।प्रसूता की सास कमला जाटव ने बताया कि मंजू को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी, इसके बावजूद अस्पताल स्टाफ ने उसे पोहरी रेफर कर दिया।परिजनों की गुहार अनसुनी कर दी गई।
परिजनों के मुताबिक उन्होंने 108 जननी एम्बुलेंस के लिए कॉल किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि एम्बुलेंस आने में देरी होगी और किराए का वाहन लेने की सलाह दी गई।पोहरी से लगभग 15 किलोमीटर पहले मंजू की पीड़ा असहनीय हो गई।परिजनों ने उसे कार से उतारकर सड़क किनारे लाया, जहां उसने बच्ची को जन्म दिया।
जन्म के बाद मां और नवजात बच्ची को पोहरी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।इस मामले पर पोहरी के बीएमओ डॉ. दीक्षांत गुधैनियां ने बताया कि प्रसूता को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था।यह महिला की पांचवीं डिलीवरी थी और उसकी स्थिति गंभीर थी, इसलिए उसे पोहरी या जिला अस्पताल रेफर किया गया था।
डॉ. गुधैनियां ने कहा कि यदि एम्बुलेंस समय पर उपलब्ध होती, तो शायद सड़क पर डिलीवरी की नौबत नहीं आती।उन्होंने यह भी बताया कि एम्बुलेंस में डिलीवरी के लिए आवश्यक सभी संसाधन मौजूद होते हैं।

