पत्थरबाजों एवं संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों को सजा एवं नुकसान की वसूली के लिए जल्द बने

1/3/2021 8:39:58 PM

भोपाल, तीन जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि पत्थरबाजों और सार्वजनिक या किसी की व्यक्तिगत संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों को सजा दिलाने के साथ-साथ उनसे नुकसान की वसूली करने के लिए मध्यप्रदेश में जल्द ही सख्त कानून बनेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए मैंने अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं और उस पर काम शुरू कर दिया गया है।’’ उनका यह बयान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाने गई हिन्दू संगठनों की वाहन रैलियों पर पश्चिमी मध्यप्रदेश के उज्जैन, इंदौर एवं मंदसौर जिलों में हाल ही में हुई पथराव की घटना एवं हिंसा के बाद आया है।

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा नीत उत्तरप्रदेश की सरकार ने भी इसी तरह का कड़ा कानून बना कर लागू किया है। आदित्यनाथ ने यह कानून तब बनाया, जब सीएए और एनआरसी का विरोध करने वाले लोगों ने अपने आंदोलन के दौरान वहां पर सार्वजनिक संपत्ति को भारी तादाद में नुकसान पहुंचाया।

चौहान ने भोपाल में संवाददाताओं को बताया, ‘‘पत्थरबाजी करने वाले पत्थरबाज कोई भी हों, ये समाज के दुश्मन हैं। इससे लोगों की जान भी जा सकती है। इससे भय और आतंक का माहौल पैदा होता है, भगदड़ मचती है और अव्यवस्था होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में कानून का राज रहेगा। इस तरह के अपराधी साधारण अपराधी नहीं हैं। इनको छोड़ा नहीं जाएगा। अभी तो मामूली से कार्रवाई होती थी। अब हम सजा का प्रावधान करने के लिए कानून ला रहे हैं। कानून बना रहे हैं।’’
चौहान ने कहा, ‘‘लेकिन केवल पत्थरबाजी नहीं। कई बार उत्पाती सार्वजनिक संपत्ति के साथ-साथ किसी की व्यक्तिगत संपत्तियों को भी आग लगाकर या तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाते हैं। यह अक्षम्य अपराध है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण ढंग से कोई अपनी बात कहे तो लोकतंत्र इसकी इजाजत देता है। लेकिन आग लगा दो, तोड़फोड़ कर दो, पत्थर चला दो। इसकी इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती।’’
मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए शनिवार को कहा था, ‘‘पत्थरबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और कानून जरूरी है। कई बार पथराव की घटना में जान जाने का भी खतरा रहता है।’’
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए 15 जनवरी से 14 फरवरी 2021 तक मध्यप्रदेश में जन-जन को जोड़कर निधि समर्पण के अंतर्गत राशि एकत्र की जानी है। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास निधि के आह्वान पर मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में गांव-गांव में वाहनों के जरिए श्रीराम यात्रा निकाल कर जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) सहित हिन्दू संगठनों का कहना है कि राम मंदिर के लिए निधि जुटाने वाली उनकी रैलियों के दौरान उन पर पथराव किया गया। हालांकि, मालवा क्षेत्र (पश्चिमी मध्यप्रदेश) में मुसलमानों ने आरोप लगाया है कि इन रैलियों के दौरान उनके घरों एवं धार्मिक स्थानों को निशाना बनाया जा रहा है।

दो दिन पहले विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने इंदौर में चौहान से मुलाकात की थी और उनसे पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की थी।

विहिप के एक नेता ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमारे मालवा प्रांत के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री चौहान जी को दो दिन पहले इंदौर में एक ज्ञापन दिया था और उनसे पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की थी।’’
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और अधिवक्ता साजिद अली ने कहा, ‘‘हिंसा को रोकने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए, लेकिन इसे निष्पक्ष रूप से लागू किया जाना चाहिए। हर रैली, जुलूस और सार्वजनिक समारोहों के शुरू होते ही वीडियोग्राफी की जानी चाहिए, ताकि हिंसा की शुरूआत करने वाला कोई भी व्यक्ति या समूह कैमरे में कैद हो जाए और उसे दंडित किया जाए।’’

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

PTI News Agency

Recommended News

Related News