डबरा में बारिश का कहर: निचली बस्तियां जलमग्न, 100 से अधिक मकान डूब में, नगर पालिका लापता
Saturday, Jul 26, 2025-02:30 PM (IST)

डबरा (भरत रावत) : बीते तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने डबरा नगर समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में तबाही मचा दी है। शहर की निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं, चिनौर रोड, नंदू के डेरा, रेलवे ओवरब्रिज और मुख्य मार्गों पर पानी भर गया है। जल भराव की भयावह स्थिति को देखते हुए सिटी पुलिस ने NDRF की सहायता से रेस्क्यू अभियान चलाकर 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में वार्ड क्रमांक 3, 4, 6 और 13 शामिल हैं, जहां पानी घरों के अंदर तक घुस चुका है। नंदू के डेरा में करीब 100 मकान पूरी तरह डूब चुके हैं। चिनौर रोड पूरी तरह लबालब है और रेलवे ओवरब्रिज पानी में समा चुका है।
प्रशासन अलर्ट पर, स्कूलों में छुट्टी, लेकिन नगर पालिका गायब
जहां एक ओर जिला कलेक्टर रुचिका चौहान ने मानसून विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए शासकीय-अशासकीय स्कूलों में दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी है और पूरे प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है। वहीं डबरा नगर पालिका का अमला पूरी तरह लापता है। सीएमओ पाजपेई के अचानक छुट्टी पर चले जाने से शहरवासी सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसे आपदा काल में डबरा का जिम्मेदार अधिकारी कौन है? नगर पालिका प्रशासन की घोर लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। नालियां और नाले समय पर साफ नहीं किए गए, जिससे जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है।
पिछले साल भी हुई थी मौतें, फिर भी नहीं जागा प्रशासन
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी डबरा में जल भराव के चलते दो लोगों की डूबने से मौत हो गई थी, बावजूद इसके नगर पालिका प्रशासन ने सबक नहीं लिया। पूरे साल शहर में गंदगी का अंबार लगा रहा, नालों की सफाई नहीं हुई और मानसून से पहले किसी भी प्रकार की तैयारी नहीं की गई।
जनता में आक्रोश, नगर पालिका पर उठे सवाल
जनता का गुस्सा अब फूटने लगा है। नागरिकों ने नगर पालिका पर सीधा आरोप लगाया है कि अगर समय रहते नालियों की सफाई होती, जल निकासी की व्यवस्था की जाती और जिम्मेदार अधिकारी मैदान में रहते, तो आज यह स्थिति नहीं बनती। अब सवाल यह है कि क्या डबरा को फिर किसी बड़ी त्रासदी का इंतजार है, या प्रशासन और नगर पालिका मिलकर कोई ठोस कदम उठाएंगे?