गुना में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 60 जेसीबी के साथ 250 पुलिसकर्मी, 600 अधिकारी कर्मचारियों ने 900 बीघा ज़मीन कराई मुक्त
Thursday, Jan 16, 2025-07:00 PM (IST)
गुना (मिस्बाह नूर) : गुना जिले में वन विभाग ने अब तक की सबसे बड़ी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को अंजाम दिया है। वन विभाग ने राजस्व और पुलिस के सहयोग से बीनागंज वन परिक्षेत्र के खेड़ी कमलपुर और देदला बीट इलाके में लगभग 900 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा लिया है। इस दौरान मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों के साथ ही राजस्थान से भी बुलडोजर मंगवाए गए और 600 अधिकारी-कर्मचारी मौके पर तैनात रहे।
वन विभाग के मुताबिक कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह, एसपी संजीव कुमार सिन्हा और डीएफओ अक्षय राठौर के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। तीनों विभागों का संयुक्त अमला गुरुवार तड़के बीनागंज वन परिक्षेत्र के सह परिक्षेत्र चांचौड़ा और बीनागंज के खेड़ी कमलपुर और देदला बीट इलाके में पहुंचे। यहां कक्ष क्रमांक आरएफ 21 और आरएफ 19 के आसपास लगभग 900 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरु कर दी गई।
बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 250 से ज्यादा पुलिसकर्मी, वज्र वाहन, अग्निशमन वाहन, एम्बुलेंस, अश्रु गोले के दल, वन विभाग और राजस्व विभाग का अमला तैनात किया गया था। कुल मिलाकर 600 अधिकारी-कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। वहीं गुना, राजगढ़, ब्यावरा, सुठालिया, राघौगढ़ और राजस्थान के मनोहरथाना से 60 बुलडोजर भी मंगाए गए थे।
कार्रवाई को अंजाम देने के लिए एसडीएम रवि मालवीय, एसडीओपी चांचौड़ा दिव्या राजावत और रेंजर सौरभ द्विवेदी लगातार मौके पर मौजूद रहकर निगरानी करते नजर आए। वन विभाग के रेंजर सौरभ द्विवेदी ने बताया कि गुरुवार को जिस क्षेत्र में कार्रवाई की है, वह संवेदनशील माना जाता है।
दरअसल, इसी इलाके में साल 2016 में जब वन विभाग का अमला पड़त पड़ी (खेती की जा रही) जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए गड्डे खोद रहा था, तभी कमलपुर और कुलंबह गांव के लोगों ने एकराय होकर लाठी, डंडा, फर्सा लेकर हमला कर दिया। इसके बाद वन विभाग को अतिक्रमण अधूरी छोडऩी पड़ी थी। लेकिन गुरुवार को अमला पूरी तरह सतर्क था और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरा दल मौके पर रवाना किया गया था।