BJP, RSS वाले जानबूझ जूलूस में रास्ते बदलते हैं, मुस्लिम मोहल्ले से जाते हैं, मस्जिद देखकर उन्हें जोश चढ़ता है, DJ पर गंदे-गंदे गाने बजाते हैं-दिग्गी
Thursday, Nov 27, 2025-05:59 PM (IST)
इंदौर (सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह इंदौर हाई कोर्ट पहुंचे, जहां उनकी वर्ष 2021 में दायर की गई याचिका पर सुनवाई हुई। यह याचिका राज्य में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा पर रोक लगाने और सुप्रीम कोर्ट के संबंधित आदेशों के पालन को सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से दायर की गई थी।
मस्जिद देखकर BJP, RSS के लोगों को जोश चढ़ता है, डीजे पर गंदे-गंदे गाने बजाते हैं-दिग्गी

प्रेस से मुखातिब होते हुए दिग्विजय ने भाजपा सरकार और RSS पर बड़े हमले किए। दिग्गी ने कहा कि भाजपा, RSS ,बजरंग दल के लोग जानबूझकर जूलूस के रास्ते बदलते हैं और मुस्लिम मोहल्ले से जाते हैं। मस्जिद देखकर उन्हें ऐसा जोश चढ़ता है कि डीजे पर गंदे-गंदे गाने बजाते हैं। हिंदू और मुस्लिम में अगर कोई विवाद होता है तो कार्रवाई सिर्फ मुस्लिमों पर होती है। तबाही सिर्फ मुसलमानों की होती है। उनके घरों को गिरा दिया जाता है।
अभी तक सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त नहीं
सुनवाई के दौरान दिग्विजय सिंह ने हाई कोर्ट की डबल बेंच के सामने अपने पक्ष को मजबूती से रखा। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2001 में एक आदेश पारित किया था, जिसके तहत पूरे देश के प्रत्येक जिले में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाना आवश्यक था।
अधिकारियों पर भेदभावपूर्ण और पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का लगाया आरोप
दिग्विजय सिंह का आरोप है कि मध्य प्रदेश में अब तक इस आदेश का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने कोर्ट को अवगत कराया कि राज्य के किसी भी जिले में इस दिशा में कोई नोडल अधिकारी नियुक्त नहीं किया गया, जबकि बार-बार इसकी आवश्यकता और तात्कालिकता को रेखांकित किया गया था। दिग्विजय सिंह ने अधिकारियों पर भेदभावपूर्ण और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई किए जाने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि मक्सी में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में उन्होंने स्वयं डीजीपी, केंद्रीय गृह मंत्री, आईपीएस एसोसिएशन और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जिले के एसपी पर एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया था, लेकिन आज तक उस अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही उसका तबादला।
वहीं रतलाम में हुए एक अन्य मामले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जुलूस के दौरान पत्थरबाजी के आरोपों की जांच में एसपी और एडिशनल एसपी ने वास्तविकता स्पष्ट कर दी थी और झूठा आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई की थी। इसके बावजूद संबंधित एसपी को तत्काल प्रभाव से रतलाम से हटाकर रेलवे एसपी बना दिया गया। दिग्विजय सिंह ने पूरे प्रकरण पर हाई कोर्ट से उचित और न्यायोचित हस्तक्षेप की अपील की। सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली तारीख जल्द तय करने की बात कही है।

