कफ सिरप कांड: बच्चे के लिए 3 एकड़ जमीन बेची, फिर भी नहीं बचा पाए, सदमें में पिता, लेकिन कलेक्टर बोले, कफ सिरप से नहीं हुई मौत
Monday, Oct 06, 2025-02:10 PM (IST)

बैतूल (रामकिशोर पवार): मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से शुरू हुआ कफ सिरप कांड अब बैतूल तक पहुँच गया है। Coldrif और Nextro-DS सिरप पीने से 16 बच्चों की मौत की खबर ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इनमें से 14 मौतें छिंदवाड़ा में और 2 बैतूल जिले में हुई हैं। दर्द इतना गहरा है कि कुछ परिवारों ने बच्चों का इलाज कराने के लिए अपनी जमीन तक गिरवी रख दी, लेकिन फिर भी ज़िंदगी नहीं बच सकी।
बैतूल के कबीर की कहानी: बेटे के साथ जमीन भी गई
बैतूल के कलमेश्वरा गांव के किसान कैलाश यादव अपने चार साल के बेटे कबीर को सर्दी-जुकाम के इलाज के लिए परासिया के डॉक्टर प्रवीण सोनी के पास ले गए। डॉक्टर ने Coldrif सिरप समेत तीन दवाएं दीं और दिन में चार बार देने की सलाह दी। चार दिन बाद कबीर की हालत बिगड़ गई, पेशाब बंद हो गया, और फिर किडनी फेल हो गई। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान 8 सितंबर को कबीर की मौत हो गई। बेटे की जान बचाने के लिए मैंने अपनी तीन एकड़ जमीन साढ़े चार लाख में गिरवी रख दी। पांच लाख खर्च कर दिए, पर न बेटा बचा, न जमीन रही। अब सरकार मेरी जमीन वापस दिलाए और डॉक्टर-दवा कंपनी पर कार्रवाई करे।
कलेक्टर बोले- ‘मौत की जांच जारी है’
बैतूल कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने कहा कि बच्चों की मौत की जांच की जा रही है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि जिले में Coldrif सिरप की बिक्री नहीं हो रही है और दोनों बच्चों का इलाज बैतूल के अस्पतालों में नहीं हुआ था।
बता दें कि छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत की पुष्टि के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। परासिया थाना पुलिस ने डॉ. प्रवीण सोनी और श्रेयन फार्मास्युटिकल कंपनी (कांचीपुरम, तमिलनाडु) के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है। डॉक्टर का न्यू अपना फार्मा मेडिकल स्टोर भी सील कर दिया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर की रिपोर्ट में Coldrif सिरप को मिलावटी पाया गया है।