कफ सिरप कांड, छिंदवाड़ा में ताबड़तोड़ छापे, दवा का पर्चा लिखने वाला डॉक्टर गिरफ्तार, कहा- मिलावट है तो मैं जिम्मेदार नहीं
Sunday, Oct 05, 2025-08:20 PM (IST)

छिंदवाड़ा: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में किडनी फेल होने से 11 बच्चों की मौत के मामले ने राजधानी दिल्ली तक सुर्खियां बटोर ली हैं। प्रदेश सरकार ने इस गंभीर घटना के मद्देनजर एक्शन मोड में कदम बढ़ाया है। इस बीच, बच्चों के इलाज में शामिल डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया। प्रशासन ने जिले के कई मेडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई की और डॉक्टर प्रवीण का फार्मा शॉप ‘न्यू अपना फार्मा’ सील कर दिया।
मामले की जांच में यह सामने आया है कि बच्चों की मौत का कारण बने कोल्ड्रिफ सिरप में मिलावट पाई गई। इसके अलावा, सात बच्चों का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रवीण और दवा कंपनी श्रेयन फार्मास्यूटिकल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अन्य दो सिरप के नमूने जांच में सही पाए गए हैं।
डॉक्टर प्रवीण सोनी का बयान
डॉक्टर प्रवीण सोनी ने कहा कि वे पिछले 40 वर्षों से प्रैक्टिस कर रहे हैं, जिसमें से 15 साल बच्चों को सर्दी, जुकाम और बुखार की दवाइयां देने में बीते हैं। उन्होंने दावा किया कि अगर दवा में कोई मिलावट है तो इसके लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि दवाओं में वास्तविक गड़बड़ी क्या थी।
ड्रग इंस्पेक्टर का बयान
छिंदवाड़ा के ड्रग इंस्पेक्टर गौरव शर्मा ने बताया कि दो सिरप के स्टॉक को बैन किया गया है। ये दवाइयां जबलपुर के कटारिया फार्मा से छिंदवाड़ा के तीन फार्मा दुकानों को सप्लाई की गई थीं। कोल्ड्रिफ सिरप की कुल 660 बोतलें में से 594 बोतलें इन तीन फार्मा दुकानों को भेजी गई थीं, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है।