दिग्विजय सिंह की पोस्ट से सियासी हलचल तेज, मोदी-आडवाणी की शेयर कर की BJP-RSS की तारीफ

Saturday, Dec 27, 2025-03:15 PM (IST)

भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की अहम बैठक शुरू होने से ठीक पहले सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट किया, जिसने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर साझा की है, जिसमें मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पैरों के पास बैठे नजर आ रहे हैं।

दिग्विजय ने की BJP-RSS की तारीफ 
इस तस्वीर के साथ दिग्विजय सिंह ने लिखा कि RSS का जमीनी स्वयंसेवक और बीजेपी का जमीनी कार्यकर्ता नीचे बैठकर सीएम और पीएम बना… यह संगठन की शक्ति है। दिग्विजय सिंह का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब कांग्रेस संगठन के भविष्य और उसकी कार्यशैली को लेकर पार्टी के भीतर मंथन चल रहा है। इस पोस्ट को लेकर अब यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेतृत्व को अप्रत्यक्ष रूप से संगठन मजबूत करने की नसीहत दे रहे हैं? क्या यह पोस्ट कांग्रेस में जमीनी स्तर पर काम करने वाले मजबूत कैडर की कमी की ओर इशारा करता है?

PunjabKesari

कांग्रेस नेतृत्व को संदेश या मोदी की तारीफ?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह पोस्ट सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की संगठनात्मक यात्रा का जिक्र भर नहीं है, बल्कि इसके जरिए दिग्विजय सिंह कांग्रेस के अंदरूनी ढांचे पर सवाल उठा रहे हैं। खास बात यह है कि उन्होंने इस पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी टैग किया है। इस टैगिंग ने राजनीतिक संदेश को और भी स्पष्ट कर दिया है कि यह पोस्ट केवल विरोधी दल को दिखाने के लिए नहीं, बल्कि अपनी ही पार्टी के नेतृत्व तक बात पहुंचाने की कोशिश हो सकती है।

पोस्ट की टाइमिंग ने बढ़ाया सस्पेंस
इस पूरे मामले में सबसे अहम पहलू पोस्ट की टाइमिंग को माना जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने यह पोस्ट ऐसे समय में किया, जब कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक चल रही थी और वे खुद भी बैठक में शामिल थे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या यह सोशल मीडिया पोस्ट CWC के भीतर चल रही चर्चा से जुड़ा हुआ संकेत है? राजनीतिक हलकों में इसे कांग्रेस संगठनात्मक ढांचे पर चल रही असहमति और आत्ममंथन से जोड़कर देखा जा रहा है।

पहले भी राहुल गांधी को दे चुके हैं सीधा संदेश
यह पहली बार नहीं है जब दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक मंच से कांग्रेस नेतृत्व को संदेश दिया हो। इससे ठीक एक हफ्ते पहले, 19 दिसंबर को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को सीधे तौर पर संबोधित करते हुए कांग्रेस संगठन पर ध्यान देने की अपील की थी। दिग्विजय सिंह ने लिखा था ‘राहुल जी, सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर आपकी राय बिल्कुल सटीक है, लेकिन अब कृपया कांग्रेस पर भी ध्यान दें। चुनाव आयोग की तरह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भी सुधारों की आवश्यकता है।’ उन्होंने आगे यह भी कहा था कि कांग्रेस को व्यावहारिक विकेंद्रीकरण वाली कार्यशैली अपनाने की जरूरत है और समय तेजी से निकलता जा रहा है।

क्या पार्टी के भीतर असहजता बढ़ेगी?
दिग्विजय सिंह के लगातार आ रहे इन बयानों और सोशल मीडिया पोस्टों ने यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस के भीतर संगठनात्मक मजबूती, कैडर निर्माण और नेतृत्व की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना होगा कि CWC बैठक के बाद कांग्रेस नेतृत्व इन संकेतों को किस तरह लेता है और क्या संगठन में किसी बड़े बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाए जाते हैं या नहीं। फिलहाल दिग्विजय सिंह का यह पोस्ट कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में नई बहस का केंद्र बन चुका है और आने वाले दिनों में इसके सियासी मायने और भी गहरे हो सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Vikas Tiwari

Related News