बारिश से तबाह फसल को देख छलकी किसान पीड़ा, महिला ने खेत में सड़ चुकी धान को हाथों से समेटते हुए गाया रुलाने वाला गीत
Monday, Nov 03, 2025-07:16 PM (IST)
सीधी( सूरज शुक्ला): मध्य प्रदेश के किसानों के लिए बारिश ने गहरे जख्म दिए हैं। बहुत ज्यादा बारिश से कई फसलें खेतों में सड़ और खराब हो चुकी है। अब असामायिक हुई बारिश के कारण ख़राब फसलों को लेकर किसान गीत के जरिए अपना दुखड़ा बयान कर रहे हैं एक महिला किसान का अपनी खराब धान की फसल का पीड़ा व्यक्त करने का विडिओ सोशल मीडिया पर चर्चित हो रहा है।
बघेली भाषा में गाया ये गीत तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक महिला किसान पानी से भरे खेत में सड़ चुकी धान की फसल को अपने हाथों से समेटती दिखाई दे रही है। आंखों में बेबसी, और आवाज़ में दर्द झलक रहा है। इस दौरान वो एक दुख भरा गाना गा रही है। जिसके बोले कुछ इस तरह से हैं...
“पानी भरिग पथरव परिगा, सड़ गई सगलव धान, गरीबबा के मरही होय गए रे...
लगावत के वेरी खादी महंगी, अब महंगी होएगा चावल की, गरीबबा के मरही होय गए रे...
यह बघेली दर्द भरा गीत अब पूरे प्रदेश में किसानों की हालत बयान कर रहा है। वीडियो देखने के बाद विंध्य क्षेत्र के किसान खुद को रोक नहीं पा रहे। हर कोई कह रहा है “हमरो हाल येसेच हवे”।
बताया जा रहा है कि धान लगाने के वक्त से ही किसानों को भारी संकट झेलना पड़ा था। खाद की किल्लत इतनी ज्यादा थी कि सुबह से लाइन लगाकर किसान शाम तक थक जाते, लेकिन नंबर ही नहीं लग पाता। जब मेहनत से तैयार की गई फसल आई, तो बारिश और जलभराव ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। प्रदेश के कई जिलों सीधी, रीवा, सतना, सिंगरौली और शहडोल मे धान की फसल बर्बादी के बाद किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। कई किसान सरकार से राहत और सर्वे की मांग कर रहे हैं।

