पुलिस की कारगुजारी फिर चर्चा में..केस दबाने के चौकी प्रभारी ने खाए 3 लाख रुपए, नाबालिग के पिता ने लगाए गंभीर आरोप
Thursday, Oct 16, 2025-03:02 PM (IST)

रायसेन : मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के जैथारी थाने से पुलिस की लापरवाही और कथित भ्रष्टाचार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक वर्ष पूर्व एक ग्राम से लापता हुई नाबालिग लड़की को आखिरकार हाल ही में इंदौर से चौकी जैथारी प्रभारी अरविंद पांडे ने बरामद किया है। इसी बीच परिजन ने आरोप लगाया है कि चौकी प्रभारी ने आरोपी से तीन लाख रुपए लेकर पूरे मामले को दबा दिया। पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, कलेक्टर और एसपी रायसेन के नाम कलेक्टर एसपी को आवेदन देकर कारर्वाई की मांग की है।
आवेदन में जैथारी चौकी प्रभारी अरविंद पांडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता के पिता का आरोप है कि आरोपी सोनू विश्वकर्मा, जो पहले 108 एंबुलेंस सेवा में चालक था, उनकी नाबालिग बेटी को बहला फुसलाकर भगाकर ले गया था। पीड़िता के पिता के अनुसार उन्होंने बेटी के लापता होने के बाद चौकी जैथारी थाना सिलवानी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पूरा एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जब बच्ची बरामद हुई, तो सुपुर्दगी के समय चौकी प्रभारी ने ना तो नाबालिग लड़की का मेडिकल कराया न ही आरोपी को गिरतार किया।
पीड़िता के पिता का कहना है कि उन्होंने चौकी प्रभारी को वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटो साक्ष्य दिए थे, जिनमें आरोपी सोनू विश्वकर्मा के साथ बेटी के द्दश्य थे, लेकिन चौकी प्रभारी ने सबूत नष्ट कर मामले को रफा-दफा कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अपनी पुत्री के शरीर पर चोट के निशान देखे और मेडिकल की मांग की तो चौकी प्रभारी ने मना कर दिया और बालिका को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया।
पीड़ित पिता ने आवेदन में कहा है कि आरोपी सोनू विश्वकर्मा अब भी उन्हें धमकियां दे रहा और चौकी प्रभारी उसे संरक्षण दे रहे हैं। परिजनों ने मांग की है कि मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसेन से कराकर चौकी प्रभारी अरविंद पांडे को तुरंत निलंबित किया जाए। पिता ने अपने आवेदन के साथ 10वीं की अंकसूची रिपोर्ट की छायाप्रति और शपथ पत्र भी लगाए हैं। इसी बीच एसपी पंकज पांडे ने कहा कि मामले को बाल कल्याण समिति को भेजा है। उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।