Indore News: दूषित पानी से अब तक 8 की मौत, 100 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती, जानिए किसकी लापरवाही आई सामने?
Wednesday, Dec 31, 2025-12:16 PM (IST)
इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से एक हैरान करने वाली और गंभीर खबर सामने आई है। शहर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग डायरिया और डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीमारों और मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
सरकार पर बरसे जीतू पटवारी
प्रशासन की शुरुआती जांच में सामने आया है कि मुख्य जल आपूर्ति पाइपलाइन में लीकेज था और उसके ठीक ऊपर शौचालय बना हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि इसी कारण सीवर का गंदा पानी पेयजल लाइन में मिल गया, जिससे यह त्रासदी हुई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने और सभी मरीजों का इलाज सरकार के खर्च पर कराने की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इलाके के 2,703 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें करीब 12 हजार लोगों की जांच की गई। इनमें से 111 मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि 25 दिसंबर से ही भागीरथपुरा के लोग नगर निगम द्वारा सप्लाई किए जा रहे नर्मदा जल के स्वाद और गंध में बदलाव की शिकायत कर रहे थे। पानी पीने के कुछ ही घंटों बाद लोगों को उल्टी, दस्त और तेज डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगी। मृतकों में नंदलाल पाल (80), सीमा प्रजापत (50) और उर्मिला यादव (70) की पहचान हुई है। परिजनों का आरोप है कि पानी का स्वाद कड़वा था और उसमें सीवर या अत्यधिक केमिकल मिले होने की आशंका है। घटना के बाद नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मौके का निरीक्षण किया। जांच में यह सामने आया कि जिस जगह पाइपलाइन में लीकेज था, उसके ठीक ऊपर टॉयलेट बना हुआ था। महापौर ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इलाके में नई पाइपलाइन बिछाने का टेंडर महीनों पहले जारी हो चुका था, फिर भी काम में देरी क्यों हुई। मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए हैं।

सरकार पर भड़के जीतू
इस घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने महापौर और निगम आयुक्त पर ‘गैर इरादतन हत्या’ का मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल डायरिया का मामला नहीं है, बल्कि पानी में किसी जहरीले पदार्थ की मिलावट की आशंका है और भाजपा की ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार में जनता की जान से खिलवाड़ हो रहा है। फिलहाल प्रशासन ने इलाके की जल आपूर्ति बंद कर दी है, मरम्मत और सैंपल जांच का काम जारी है। रिपोर्ट आने के बाद ही दोबारा पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी।

